इस साल कन्नड़ फिल्मों ने सिनेमाहॉल में टंगवा दिए हाउसफुल के बोर्ड, KGF और ‘कांतारा’ से दिखा सैंडलवुड का दम

इस तरह इस साल 2022 में भारतीय सिनेमा के तहत महज पांच फ़ीसदी मार्केट शेयर रखने वाले कन्नड़ सिनेमा ने 2000 करोड़ से ज़्यादा कमाई करके फिल्म इंडस्ट्री के जानकारों को हैरान कर दिया है। जानकार कहते हैं कि इसे हिंदी, तमिल और तेलुगू के बाद अब कन्नड़ सिनेमा का गोल्डन पीरियड कहा जा सकता है।

आजकल हिंदी पट्टी के दर्शकों को साउथ का सिनेमा काफी पसंद आ रहा है। इस साल हिंदी बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म रही ‘केजीएफ 2’। आपको जानकर हैरानी होगी कि साउथ की फिल्मों के नाम पर आप जो पसंद कर रहे हैं, वे दरअसल कन्नड़ से हिंदी में डब फिल्में हैं। इनमें ‘केजीएफ 2’ से लेकर ‘कांतारा’, ‘विक्रांत रोणा’, ‘जेम्स’ और ‘777 चार्ली’ जैसी फिल्में शामिल हैं। हिंदी के दर्शक साउथ सिनेमा के नाम पर तमिल सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन की फिल्में देखते आए हैं, लेकिन 2015 में आई फिल्म ‘बाहुबली’ से प्रभास, फिर ‘पुष्पा’ से अल्लू अर्जुन और ‘आरआरआर’ से रामचरण और जूनियर एनटीआर जैसे तेलुगू सितारों ने हिंदी पट्टी में अपनी जगह बना ली। अब लगता है कि ट्रेंड कन्नड़ का है।

कन्नड़ सुपरस्टार यश तो पहली वाली ‘केजीएफ’ से ही देशभर में चर्चा में आ गए थे, लेकिन ऋषभ शेट्टी को ‘कांतारा’ से सिलेब्रिटी का दर्जा मिला। कन्नड़ फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार प्रदर्शन का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एसएस राजामौली की तेलुगू फिल्म ‘आरआरआर’ ने दुनियाभर में जब 1200 करोड़ और हिंदी में 275 करोड़ की कमाई की, तो माना गया था कि यह साल की सबसे बड़ी हिट साबित होगी, लेकिन अगले ही महीने रिलीज हुई कन्नड़ फिल्म ‘केजीएफ 2’ ने आश्चर्यजनक रूप से दुनियाभर में 1250 करोड़ और हिंदी में 435 करोड़ कमाई करके ‘आरआरआर’ का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

तोड़ दिए कई सारे रिकॉर्ड

सुपरस्टार यश की इस फिल्म ने न सिर्फ सिनेमाघरों पर लंबे समय बाद हाउसफुल के बोर्ड टंगवा दिए, बल्कि पहले दिन 54 करोड़ का कलेक्शन करके हिंदी बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा कमाई का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले साल 2018 में जब ‘केजीएफ’ का पहला पार्ट बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की ‘जीरो’ के सामने रिलीज हुआ, तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि किंग खान की मूवी को कोई नुकसान होगा। उस वक़्त भी ‘केजीएफ’ ने हिंदी में करीब 50 करोड़ और दुनियाभर में 250 करोड़ की कमाई करके सबको हैरान कर दिया था। ‘केजीएफ 2’ की बंपर सफलता से उत्साहित इसके निर्माताओं ने केजीएफ 3 बनाने की प्लानिंग भी शुरू कर दी है। कन्नड़ फिल्मों की सफलता के सिलसिले को आगे बढ़ाया ‘कांतारा’ ने।

दूसरी कन्नड़ फिल्मों ने भी किया परफॉर्म

‘कांतारा’ ने दुनियाभर में 400 करोड़ और हिंदी में 80 करोड़ से ज़्यादा की कमाई करके सबको हैरान कर दिया। महज 15 करोड़ रुपए के बजट में बनी यह फिल्म पहले सिर्फ कन्नड़ में रिलीज हुई थी, लेकिन जबरदस्त रिस्पॉन्स को देखते हुए हिंदी और दूसरी भाषाओं में भी रिलीज किया गया। इनके अलावा, इस साल दूसरी कन्नड़ फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म किया है। इनमें किच्चा सुदीप की ‘विक्रांत रोणा’ ने दुनियाभर में 158 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि दिवंगत पुनीत राजकुमार की फिल्म ‘जेम्स’ ने 151 करोड़ रुपये कमाए। उधर, रक्षित शेट्टी की फिल्म ‘777 चार्ली’ को न सिर्फ हिंदी पट्टी में पसंद किया गया, बल्कि इसने वर्ल्डवाइड 105 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है।

कन्नड़ की कमाई 2000 करोड़

इस तरह इस साल 2022 में भारतीय सिनेमा के तहत महज पांच फ़ीसदी मार्केट शेयर रखने वाले कन्नड़ सिनेमा ने 2000 करोड़ से ज़्यादा कमाई करके फिल्म इंडस्ट्री के जानकारों को हैरान कर दिया है। जानकार कहते हैं कि इसे हिंदी, तमिल और तेलुगू के बाद अब कन्नड़ सिनेमा का गोल्डन पीरियड कहा जा सकता है। साउथ की फिल्मों के उभार से कमाई का पूरा गणित भी बदल गया है। भारत में हिंदी, तेलुगू, तमिल, मलयालम, कन्नड़, बांग्ला, मराठी, उड़िया, पंजाबी, गुजराती और भोजपुरी भाषाओं में फिल्में बनती हैं। 2019 तक इनमें हिंदी सिनेमा यानी कि बॉलीवुड सबसे ऊपर था, जिसका कुल रेवेन्यू में हिस्सा था करीब 44 फीसदी। इसके बाद तेलुगू और तमिल सिनेमा की हिस्सेदारी करीब 13-13 फीसदी थी। मलयालम और कन्नड़ सिनेमा करीब 5-5 फीसदी के साथ चौथे और पांचवें नंबर पर थे। बाकी बचे फीसदी में दूसरे सिनेमा थे। लेकिन, अब तेलुगू सिनेमा कमाई के मामले में टॉप पर पहुंच गया है। इसके बाद तमिल फिल्म इंडस्ट्री है और फिर बॉलीवुड। बात अगर 2022 की करें तो कन्नड़ सिनेमा इस बार कमाई के मामले में आगे दिखेगा।

लगातार आ रहीं पैन इंडिया फिल्में

लगातार मिलती सफलता से उत्साहित कन्नड़ निर्माता अब पैन इंडिया फिल्में अनाउंस कर रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से ‘विजयानंद’, ‘कब्जा’, ‘केडी द डेविल’ और ‘सालार’ जैसी फिल्में शामिल हैं। कन्नड़ सिनेमा के उद्भव के बारे में ‘केजीएफ’ और ‘कांतारा’ जैसी फिल्मों के निर्माता होम्बले फिल्म्स के फाउंडर विजय किरंगदुर कहते हैं, ‘केजीएफ की बंपर सफलता ने हमें पैन इंडिया फिल्मों के बारे में सोचने को मजबूर किया। लोगों को लगता है कि कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री मतलब केजीएफ और उनके पास कोई और फिल्म नहीं है, जो देशभर में रिलीज की जा सके। लेकिन अब हम सुपरस्टार प्रभास के साथ सालार भी बना रहे हैं, जो एक पैन इंडिया फिल्म है। इसके अलावा हमारी फिल्म कांतारा ने भी हाल ही में दुनियाभर में अच्छा प्रदर्शन किया है।’ कन्नड़ सिनेमा के आने वाले दौर के बारे में पूछने पर विजय ने बताया, ‘हम एक रीजनल फिल्म भी बना रहे हैं, जो कन्नड़ दर्शकों को देखकर बनाई जा रही है। दरअसल, यह फिल्म की स्क्रिप्ट पर निर्भर करता है कि हमें उस पर पैन इंडिया फिल्म बनानी है या फिर सिर्फ कन्नड़ ऑडियंस के लिए। अभी हमारे पास कई रीजनल फिल्में हैं। हम पहले स्क्रिप्ट चुनते हैं। उसके बाद फिल्म के डायरेक्टर के साथ मिलकर तय करते हैं कि किस फिल्म को देशभर के दर्शकों के लिए बनाना है और कौन-सी स्थानीय भाषा में रिलीज की जाएगी।’

कन्नड़ फिल्मों की दुनियाभर में कमाई
केजीएफ 2 1250 करोड़
कांतारा 400 करोड़
विक्रांत रोणा 158 करोड़
जेम्स 151 करोड़
777 चार्ली 105 करोड़