भारत के वो 7 अनोखे मंदिर जहां पुरुषों के लिए है No Entry, आखिर क्या है वजह?

जहां भारत के हर कोने में कोई ना कोई मंदिर बसा हुआ है. उनमें से कई मंदिर अपने चमत्कारों और रहस्य के लिए जाने जाते हैं. वहीं कुछ मंदिरों में पुरुषों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है और यहां केवल महिलाएं ही एंट्री कर सकती हैं. तो आइए एक नज़र डालते हैं उन मंदिरों पर जहां पुरुष की नो एंट्री है.

1. कुमारी अम्मन मंदिर (कन्याकुमारी)

Devi Kanyakumari, Kanyakumari/ innfinity

यह मंदिर भारत के तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित है. इसे 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. मान्यता है कि इस मंदिर में पार्वती ने शिव जी को पाने के लिए तपस्या की थी. इसलिए इस मंदिर में विवाहित पुरुषों का जाना सख्त मना है और अविवाहित पुरुष जा सकते हैं. इस मंदिर में केवल महिलाएं ही देवी की पूजा-अर्चना कर सकती हैं.

2. राजराजेश्वरी माता मंदिर( मुजफ्फरपुर)

Durga Mata temple, Muzaffarpur / YOutube

बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित राजराजेश्वरी माता मंदिर में एक निश्चित समय के दौरान पुरुषों की एंट्री पर बैन लगा दिया जाता है. इतना ही नहीं पुरुष पुजारी भी उन विशेष दिनों के दौरान मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में देवी षोडशी विराजमान हैं और वह कुवांरी कन्या हैं इसलिए महीने के 4 दिन मासिक धर्म होता है. उस वक्त पुरुषों का मंदिर में प्रवेश करना वर्जित है.

3. अट्टुकल भगवती मंदिर ( केरल)

Attukal Bhagavathy Temple, Kerala / TripAdvisor 

इस मंदिर में हर साल पोंगाला त्योहार आयोजित किया जाता है. जहां पर लाखों महिलाएं इकट्ठा होती है और 10 दिनों तक यह त्योहार मनाया जाता है. इस दौरान मंदिर के अंदर पुरुषों की एंट्री पर बैन होता है. इतना ही नहीं इस मंदिर के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है क्योंकि यहां पर महिलाओं की सबसे बड़ी सभा हुई थी.

4. ब्रह्मा जी का मंदिर ( राजस्थान)

Lord Brahma Temple, Pushkar, Rajasthan/ Atlas Obscura

राजस्थान के पुष्कर में स्थित दुनिया के एकमात्र ब्रह्माजी का मंदिर है. इस मंदिर में विवाहित पुरुषों के जाने की मनाही है. मान्यता है कि जब भगवान ब्रह्मा अपनी पत्नी सरस्वती की प्रतीक्षा कर रहे थे तो उन्हें एक यज्ञ के दौरान देवी गायत्री के साथ बैठना पड़ा था और जिसकी वजह से सरस्वती माता नाराज हो गई थीं. उन्होंने शाप दिया था कि उनकी कभी भी पूजा नहीं की जाएगी. इसलिए इस मंदिर के गर्भगृह में विवाहित पुरुषों का जाना वर्जित है.

5. कामाख्या देवी मंदिर (असम)

Kamrup Kamakhya Temple, Assam/ Wikipedia

असम के पश्चिम गुवाहाटी में स्थित कामाख्या मंदिर में देवी के रजस्वला के दिनों में पुरुषों का प्रवेश करना मना है. यहां पर एक अंबुबाची मेला लगाया जाता है. इन पांच दिनों को दौरान मंदिर के अंदर केवल महिलाएं ही प्रवेश करती हैं और देवी कामाख्या का खूनी वस्त्र भक्तगण के बीच वितरित किया जाता है.

6. कोत्तानकुलांगारा मंदिर (केरल)

kottankulangara / Patrika News

केरले के तिरुअनंतपुरम में स्थित इस मंदिर की अनोखी परंपरा है. इस मंदिर में पुरुषों को अंदर जाने के लिए महिला रूप धारण करना पड़ता है यानि महिलाओं के कपड़े पहनने पड़ते हैं. इस मंदिल में मां लक्ष्मी विराजमान हैं. इस मंदिर में हर वर्ष चाम्याविलक्कू त्योहार  आयोजित किया जाता है, इस दौरान आने वाले आदमी औरतों की तरह कपड़े और गहने पहनकर एंट्री पाते हैं.

7. सकलडीहा का मंदिर (चंदौली)

 TripAdvisor

यूपी के चंदौली जिले के सकलडीहा कस्बे में 120 साल पुराना मंदिर स्थित है. इस मंदिर को संत श्रीपथ ने बनवाया था और यह मंदिर महिलाओं की जीत और पुरुषों की हार का प्रतीक है. इसलिए कहते हैं कि इस मंदिर में पुरुषों के प्रवेश करने पर उनकी किस्मत खराब हो जाती है.