शुक्रवार शाम को ओडिशा में तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर के बाद भयानक हादसा हुआ. जिसमें अब तक 288 लोगों के मौत की खबर सामने आ चुकी है. 900 से अधिक लोग इस हादसे में घायल हो गए हैं. माना जा रहा है कि आजादी के बाद का यह दूसरा सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है, जिसमें इतने लोगों की जान गई है.
ओडिशा से पहले इन ट्रेन हादसों से दहल गया था पूरा देश:
1. बिहार ट्रेन हादसा
06 जून 1981 को बिहार में हुए ट्रेन हादसे को अब तक देश का सबसे भीषण रेल हादसा माना जाता है. ब्रिज को पार करते हुए ट्रेन बागमती नदी में जा गिरी थी. जिसमें 750 लोगों की जान चली गई थी.
2. पंबन-धनुस्कोडी हादसा
इससे पहले 23 दिसंबर, 1964 को पंबन-धनुस्कोडी पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम चक्रवात में बह गई थी, जिसमें 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई.
3. केरल ट्रेन हादसा
8 जुलाई 1981 को केरल के पेरुमन के पास आईलैंड एक्सप्रेस की एक लोकल पैसेंजर टक्कर में करीब 150 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.
4. फिरोजाबाद ट्रेन हादसा
20 अगस्त 1995 को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस आपस में टकरा गई थीं. जिसमें लगभग 358 लोगों की मौत हुई थी.
5. पंजाब ट्रेन हादसा
26 नवंबर, 1998 को जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस की कालिंदी एक्सप्रेस से हुई टक्कर में करीब 212 लोग मारे गए थे. ये हादसा पंजाब के पास हुआ था.
6. असम ट्रेन हादसा
2 अगस्त 1999 को असम के गैसल के पास ब्रह्मपुत्र मेल अवध-असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी. जिसमें करीब 290 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
7. 140 की हुई थी मौत
09 सितंबर 2002 को हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस बिहार के रफीगंज में धावे नदी पर एक पुल के ऊपर पटरी से उतर गई, जिससे उसमें सवार 140 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई थी.
8. मुंबई ट्रेन हादसा
28 मई 2010 को मुंबई जा रही ट्रेन झारग्राम के पास पटरी से उतारने की वजह से सामने से आ रही एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे में 148 यात्री मारे गए थे.
9. 150 लोगों ने गंवाई थी जान
20 नवंबर, 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के पुखरायां के पास पटरी से उतर गई थी. हादसे में करीब 150 लोगों की जान चली गई थी.
समय के साथ रेल दुर्घटनाओं में कमी आई है. साल 2022 में देश में 34 महीने बाद कोई ऐसा रेल हादसा हुआ था जिसमें किसी की मौत हुई है. इससे पहले 22 मार्च 2019 को रेल हादसे में मौत हुई थी. 12 फरवरी 2021 को तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि 22 मार्च 2019 के बाद कोई ऐसा रेल हादसा नहीं हुआ, जिसमें किसी की मौत हुई हो.