सेना के दो एजीई समेत तीन गिरफ्तार, फर्जी नोटिस भेजकर सप्लायर से लेते थे रिश्वत

सीबीआई की पूछताछ में पता चला कि पूरे मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध है, जिसके इशारे पर आरोपी रिश्वत ले रहे थे। सीबीआई ने गिरफ्तार तीनों अफसरों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया।

रिश्वत लेते सेना के अधिकारी गिरफ्तार (साकेंतिक तस्वीर)
रिश्वत लेते सेना के अधिकारी गिरफ्तार (साकेंतिक तस्वीर)

मध्यप्रदेश के भोपाल में बैरागढ़ के 3 ईएमई सेंटर पर पदस्थ दो असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर (एजीई) समेत तीन लोगों को सीबीआई ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी सेना में मानव संसाधन और सामग्री सप्लाय करने वाले फर्म के संचालकों को फर्जी नोटिस भेजकर रिश्वत लेते थे।

सीबीआई की पूछताछ में पता चला कि पूरे मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है। उसके इशारे पर आरोपी रिश्वत ले रहे थे। सीबीआई ने गिरफ्तार तीनों अफसरों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया।

सीबीआई को एक फर्म ने शिकायत की थी कि उसे करीब आठ लाख रुपये का नोटिस भेजा गया है। उसके निपटारे के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। नोटिस को लेकर फर्म संचालक ने सेना के गैरिसन इंजीनियर अजय अग्रवाल से मुलाकात की तो उन्होंने गैरिसन जे जॉन कैनेडी और एजीई राजेंद्र सिंह यादव से मुलाकात करने को कहा। जिन्होंने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इसमें कैनेडी ने 1 लाख रुपये मांगे थे और बाद में 10 हजार रुपये की डिमांड करने लगा। सीबीआई ने कैनेडी को रंगे हाथ पकड़ने के बाद उसके ऑफिस में अलमारी से 5.47 लाख रुपये नगद बरामद किए। सीबीआई ने कैनेडी के कोयम्बटूर स्थित घर पर भी छापा मारा है।