Three day Himachal My Pride program concluded at Genius Global School

जीनियस ग्लोबल स्कूल में तीन दिवसीय हिमाचल माय प्राइड कार्यक्रम संपन्न

आनंद विहार स्थित जीनियस ग्लोबल स्कूल में तीन दिवसीय हिमाचल माय प्राइड कार्यक्रम बुधवार को संपन्न हुआ। समापन अवसर पर रिटायर्ड प्रिंसिपल मृदुला शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता भुवनेश्वरी शर्मा ने की। कार्यक्रम के अंतिम दिन प्री-नर्सरी व नर्सरी के बच्चों के लिए हिमाचली धाम का आयोजन किया गया। जिसमें नन्हें बच्चों ने अध्यापकों के साथ धाम बनाने में रोल प्ले किया। इसके पश्चात प्री-केजी के बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें बच्चों ने अलग-अलग जिला की वेशभूषा पहन रैंप पर जलवा बिखेरा। कक्षा तीसरी के बच्चों ने बैसाखी बेस्ट ड्रेस्ड प्रतियोगिता” और “हिमाचल की शान” थीम पर सोलो डांस प्रतियोगिता में स्टेज पर खूब धमाल मचाया। कार्यक्रम के अंत में तीनों दिन के विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि मृदुला शर्मा ने कहा की इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के अंदर देश प्रदेश के प्रति प्यार को बढ़ावा देते है। कार्यक्रम में खासकर छोटे बच्चों को अपने अध्यापकों के साथ हिमाचली धाम बनाते देख रूह खुश हो गई। स्कूल में सांस्कृतिक विभिन्नता की इंद्रधनुषी रंगत देखने को मिली वह हमेशा स्मरणीय रहेगी। उन्होंने स्कूल के ऐसे प्रयास की सराहना की।
स्कूल की डायरेक्टर नीति शर्मा ने कहा की स्कूल में तीनों दिन बच्चों को प्रदेश की संस्कृति और जीवनशैली से अवगत करवाया गया। बच्चों ने जहां नाटी, लोकनृत्य किए वहीं स्कूल में बनाई हिमाचली रसोई में धाम का लुत्फ उठाया। बच्चों ने प्रदेश के अलग अलग जिलों की वेशभूषा को स्टेज पर दिखाया। प्रदेश के जिलों ने विकास की बुलंदियों को किस स्तर पर छुआ इसकी जानकारी हासिल की। शर्मा ने कहा की बच्चे हिमाचली संस्कृति जैसे अलग-अलग स्थानों में बोली जाने वाली बोलियों, वहां के रहन-सहन खानपान के बारे में बच्चों को जानकारी होना जरूरी है। स्कूल कार्यक्रम के इस उद्देश्य में काफी हद तक सफल रहा है। 
ये रहे विजेता बच्चे…
सोलो डांस प्रतियोगिता में आरव, तृषा, शमिता और हर्षिता ने प्रथम पुरुस्कार जीता। जबकि आयान, आव्या और पीहू उपविजेता रहे। 
प्री-केजी फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में दक्षित गाँधी, हितांशी, आईरा  और आद्विक ने  प्रथम, शनाया, सायशा और सामन्यु ने दूसरा और भार्गवी, गुराँश, अबुज़र, गणव्य और मान्या ने तीसरा स्थान हासिल किया।