शिमला फल मंडी में टाइडमैन सेब की धमाकेदार दस्तक, 1800 रुपये में बिकी 24 किलो की पेटी

बीते साल सीजन की शुरुआत में टाइडमैन को 50 से 60 रुपये प्रति किलो दाम मिले थे लेकिन इस साल 75 रुपये प्रति किलो से शुरुआत हुई है।

फल मंडी में सेब की बोली लगाते हुए।

अर्ली वैरायटी के रेड जून के बाद अब राजधानी की भट्ठाकुफर फल मंडी में टाइडमैन सेब ने भी धमाकेदार दस्तक दी है। सेब सीजन की शुरुआत में ही टाइडमैन को करीब 75 रुपये किलो रिकॉर्ड दाम मिला है। रविवार को ननखड़ी खड़ाहन के बागवान कमल राणा का टाइडमैन सेब 1800 रुपये प्रति पेटी (24 किलो) के दाम पर बिका है। 

मुंबई की केएच फर्म ने यह सेब खरीदा है। बागवान कमल राणा ने बताया कि रविवार को वह 21 पेटी सेब बेचने के लिए लाए थे, जिसमें से 16 पेटियों को बेचा है। बीते साल सीजन की शुरुआत में टाइडमैन को 50 से 60 रुपये प्रति किलो दाम मिले थे लेकिन इस साल 75 रुपये प्रति किलो से शुरुआत हुई है।

जिला शिमला के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में टाइडमैन सेब पैदा होता है। सेब की अन्य किस्मों के मुकाबले यह सबसे पहले तैयार हो जाता है। पहले ही दिन 1800 रुपये प्रति पेटी बिकना बागवानों के लिए राहत भरी खबर है 

मुंबई के सेब खरीदार कमल सेठ ने बताया कि अभी बाजार में सेब नहीं है। नई फसल को लेकर लोगों में उत्साह रहता है, इसलिए 75 रुपये किलो के रेट पर इसे खरीदा है। इस महीने की शुरुआत में 2 जून को रेड जून सेब की पहली खेप फल मंडी पहुंची थी। रेड जून की 10 किलो की पेटी को 750 रुपये दाम मिले थे।  

मोटी डंडी की नाशपाती भी 1800 रुपये में बिकी
नाशपाती भी सीजन की शुरुआत में टाइडमैन सेब को टक्कर दे रही है। रविवार को भट्ठाकुफर फल मंडी में मोटी डंडी किस्म की नाशपाती 1800 रुपये प्रति पेटी (24 किलो) के रेट पर बिकी। कुमारसैन से आई नाशपाती की खेप को खरीदारों ने हाथों हाथ लिया। बढ़िया आकार और रंग के कारण नाशपाती को अच्छे दाम मिले हैं।

पहले ही दिन टाइडमैन रिकॉर्ड रेट पर बिका है। शुरुआत में सेब की आमद कम है। कुछ बागवान कच्चा माल मंडियों में ला रहे हैं, इससे दाम गिर सकते हैं। बागवान पूरी तरह तैयार होने के बाद ही फसल मंडी में लाएं। – अनूप चौहान, भट्ठाकुफर फल मंडी अनूप फ्रूट कंपनी के संचालक