जयपुर. रीट परीक्षा 2022 (REET Exam) के सफल आयोजन के लिए इस बार सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम कर रही है. परीक्षा का आयोजन 23 और 24 जुलाई को चार परियों में संपन्न होगा. परीक्षा के प्रश्न पत्र, ओएमआर शीट, परीक्षा केन्द्र और कॉपी संग्रहण केन्द्रों की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है. राजस्थान के लगभग सभी जिला मुख्यालयों पर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा में इस बार 1566992 अभ्यर्थी शामिल होंगे. इनमें जयपुर में करीब साढ़े 3 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. रीट परीक्षा में सभी परीक्षा केन्द्रों पर प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों की गहनता से जांच की जायेगी.
रीट परीक्षा 2022 को लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टर्स को विशेष दिशा निर्देश दिए हैं. इन निर्देशों के अनुसार परीक्षा का आयोजन जिला मुख्यालय पर ही किया जाना सुनिश्चित किया गया है. इसको लेकर जयपुर जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं. जयपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा की स्ट्रांग रूम से प्रश्न पत्र का वितरण से लेकर परीक्षा समाप्ति तक प्रत्येक गतिविधि की वीडियोग्राफी की जायेगी. परीक्षा संबंधी कार्य में काम लिये जाने वाले प्रत्येक वाहन में जीपीएस लगाया जायेगा. परीक्षा केन्द्रों के सभी कक्षों की मॉनिटरिंग पुलिस अभय कमाण्ड सेंटर से की जायेगी.
जयपुर में 219 परीक्षा केंद्रों पर होगी परीक्षा
रीट परीक्षा के लिए राजधानी जयपुर में 219 सरकारी और निजी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जयपुर में 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. लेवल प्रथम में 72 हजार 553 और लेवल द्वितीय में 2 लाख 78 हजार 160 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. परीक्षा की व्यवस्था के लिए जिला कलेक्टर ने परीक्षा में नियुक्त किये जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को 21 से 24 जुलाई तक जिला स्तरीय परीक्षा संचालन समिति की अनुमति के बिना मुख्यलय नहीं छोड़ने एवं किसी भी तरह के अवकाश पर नहीं रहने के निर्देश दिये हैं.एरिया और जोन बनाकर गठित होगी सतर्कता टीमें
परीक्षा में व्यवस्था और परीक्षा के दौरान निरीक्षण के लिए सतर्कता टीमों का गठन किया जाएगा. इसको लेकर रीट परीक्षा नोडल अधिकारी अमृता चौधरी ने बताया की परीक्षा में किसी तरह की अव्यवस्था नहीं हो इसके लिए पूरी तैयारी पहले ही की जा रही है. जयपुर में 219 केंद्र बनाए गए हैं. यहां एरिया और जोन बनाकर सतर्कता टीमें लगाई जाएंगी. इसमें प्रत्येक 5 सेंटर को एक जोन बनाकर टीम लगाई जाएगी. वहीं 10 सेंटर को एरिया बनाकर अलग टीम बनाई जाएगी ताकि समय समय पर टीमें निगरानी रख सके.