
दिवाली का त्योहार मनाने घर आए सेना के एक जवान की रविवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। जवान का गांव की ही एक महिला से वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसको लेकर आरोपी पक्ष से दुश्मनी चल रही थी। इसी के चलते पिता ने दिवाली पर घर आने से मना भी किया था। मामले में जवान के पिता की तहरीर के आधार पर गांव के ही आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थाना क्षेत्र के गांव मानपुर रसूलपुर निवासी जगत सिंह का पुत्र बीकन (24) आर्मी में फिरोजपुर में तैनात था। शनिवार को अवकाश लेकर गांव आया था। रविवार रात पत्नी आरती की तबीयत बिगड़ने पर जेवर से अपने पिता जगत सिंह व चाचा ब्रजपाल व गांव के एक अन्य व्यक्ति कुमरपाल के साथ अपनी कार से दवा लेने जा रहा था।

पहले से घात लगाए बैठे गांव के ही बबलू, विजयपाल पुत्र आरामी, सोनू, रवि पुत्र ज्ञानवीर, वेद पुत्र रनवीर, प्रताप पुत्र वेद तथा दीपक, प्रशांत पुत्र स्वदेश ने कार को मानपुर वाले रास्ते पर जबरन रुकवा लिया।

इन्होंने तमंचा व धारदार हथियारों से हमला बोल दिया। हमलावरों ने जवान को जबरन गाड़ी से निकालकर पहले तो लाठी-डंडों से पीटा उसके बाद जमीन पर गिराकर तमंचे से चार गोली मार दी।

गोली जवान के चेहरे व कंधे पर लगी, उससे बीकन की मौके पर ही मौत हो गई। हमलावरों ने कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पिता की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे तब तक बीकन दम तोड़ चुका था।

राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अलीगढ़ भेजा दिया। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही आठ लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की सुबह नौ बजे जवान का शव गांव रसूलपुर पहुंचा तो अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

पूर्व सैनिक संगठन के सदस्यों के अलावा क्षेत्राधिकारी राकेश सिसोदिया, उपजिलाधिकारी खैर व थाना इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह ने सैनिक को श्रद्धांजलि दी। नायाब सूबेदार एसडी जाहिद के नेतृत्व में स्टेशन हेड क्वार्टर मथुरा की नौ सदस्य टीम ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पूरे राजकीय सम्मान से बीकन का अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई लोकेश व छोटे भाई प्रेमवीर ने शव को मुखाग्नि दी।

प्रेम-प्रसंग के चलते आरोपी पक्ष से चल रहा था मतभेद
पिता जगत सिंह ने बताया कि बीकन 2017 में सेना में भर्ती हुआ था। फिलहाल फिरोजपुर में सिपाही के पद पर तैनात था। दिवाली से दो दिन पहले छुट्टी लेकर गांव आया था। रविवार की शाम पत्नी की तबीयत खराब होने पर दवा लेने कार से जेवर जा रहा था।

ग्रामीणों ने बताया कि जवान का गांव की ही महिला से कई वर्षों से प्रेम संबंध चले आ रहे थे। जिसको लेकर दोनों पक्षों में आपसी मतभेद बन गए थे। जिसको लेकर कई बार पंचायतें भी की जा चुकी थी। बदनामी के चलते आरोपी पक्ष के लोग दुश्मनी मानने लगे थे। इसी दुश्मनी की वजह से जवान की हत्या कर दी गई।

मृतक का भाई भी है सेना में जवान
मृतक बीकन का बड़ा भाई लोकेश भी सेना में जवान हैं। वर्तमान में वह राजौरी पुंछ में तैनात हैं। बीकन की मौत की सूचना पर वह छुट्टी लेकर मंगलवार को घर पहुंचे। बड़े भाई लोकेश व छोटे भाई प्रेमवीर ने शव को मुखाग्नि दी।
