Complaint against the driver of 108 to the health department

एड्स प्रभावित गर्भवती महिला का समय पर हुआ टैस्ट नवजात का बचा सकता है जीवन : डाक्टर रस्तोगी

सोलन स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज विश्व एड्स दिवस मनाया गया | भारत की जनता को इस खतरनाक बिमारी  के  प्रति जागरूकता लाने के लिए यह  आयोजन किया जाता है | कार्यक्रम के दौरान इस  बिमारी  से  भारत पर क्या असर हो रहा है और कितने लोग इसका शिकार हो रहे है |  इस बारे में अवगत करवाया जाता है साथ ही इस बिमारी की रोकथाम कैसे कर सकते है यह महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाती है | एड़स एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान की संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इतने सालों बाद भी अबतक एड्स का कोई प्रभावी इलाज नहीं है। इस बार की थीम ग्लोबल सॉलिडेटरी एंड शेयर रिस्पांसिबिलिटी रखी गई है।
अधिक जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर मुक्ता रस्तोगी  ने बताया कि कोरोना  के चलते इस बार  पाँचों ब्लॉक्स में  विश्व एड्स दिवस ऑनलाइन माध्यम से जिला में मनाया गया | उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया गया | उन्होंने बताया कि अब पहले की तुलना में लोग  ज़्यादा जागरूक है |  पहले लोग एड्स का टैस्ट करवाने के लिए संकोच करते थे लेकिन अब बिना झिझक के वह टैस्ट करवा लेते है | यही वजह है कि प्रत्येक माह 2000 लोग  टैस्टिंग के लिए सोलन अस्पताल पहुंच रहे है | उन्होंने कहा कि जो भी गर्भवती महिलाऐं है उन्हें  एचआईवी टैस्ट ज़रूर करवाना चाहिए | उन्होंने बताया कि अगर सही समय पर गर्भवती महिला का टैस्ट हो जाता है तो नवजात को एड्स की बिमारी से बचाया जा सकता है | उन्होंने   जिला सोलन की संस्थाओं को भी  आह्वान किया है कि वह एड्स के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभाग का सहयोग करें ताकि इसके प्रभाव को और कम किया जा सके |