पत्नी के सपने को पूरा करने के लिए पति ने बनवा दिया 7 करोड़ का भव्य मंदिर, मनमोहक है खूबसूरती

मोहब्बत में प्रेमी प्रेमिकाओं के लिए कुछ अलग करना चाहते हैं. कहीं चांद तारे तोड़ने की बात होती है तो कहीं मोहब्बत की निशानी के रूप में ताजमहल जैसा अजूबा बनवा दिया जाता है. अपनी अपनी हैसियत के हिसाब से हर कोई अपनी मोहब्बत के लिए कुछ बेहतर और अलग करना चाहता है. कुछ इसी तरह से अपनी मोहब्बत यानी अपनी पत्नी के लिए अलग-अनूठा काम किया है ओडिशा के एक शख्स ने.

पत्नी के कहने पर बनवा दिया 7 करोड़ का मंदिर

इस शख्स ने जो किया है उसके बारे में जानने के बाद हर कोई हैरान है. इस शख्स को लोग आज की दुनिया का शाहजहां कह रहे हैं. क्योंकि जिस तरह से शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताब बेगम की याद में ताजमहल बना दिया था, उसी तरह ओडिशा के इस शख्स ने अपनी पत्नी की खुशी के लिए एक मंदिर बनवाया है. हैरान करने वाली बात ये है कि, इस शख्स द्वारा अपनी पत्नी के लिए बनवाए गए मंदिर पर 7 करोड़ का खर्च आया है.

2008 में शुरू हुआ था निर्माण

Man fulfills wife’s dream, builds temple worth Rs 7 croreOdisha Tv

ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह खूबसूरत मंदिर खेत्रावासी लेनका नामक शख्स ने जाजपुर जिले के चिकना गांव में बनवाया है. मंदिर बनवाने वाले खेत्रावासी लेनका एक बिजनेसमैन हैं. ऐसा भव्य मंदिर बनाने का ख्याल खेत्रावासी लेनका के मन में तब से था जब से उनकी पत्नी बैजंती ने ऐसा मंदिर बनवाने की इच्छा प्रकट की. दरअसल, संतोषी मां की भक्त हैं और वह उनका भव्य मंदिर बनवाना चाहती थीं.

यह खूबसूरत मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में बना है. पति-पत्नी हैदराबाद में रहते हैं. वैजंती की इच्छा थी कि उनके गांव में एक संतोषी मां का एक मंदिर बने. उनके पति ने यह इच्छा पूरी करने की ठान ली. उन्होंने 2008 में मंदिर निर्माण का काम शुरू करा दिया. यह मंदिर अब पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है. इस मंदिर में संतोषी मां सहित शिव, गणेश, हनुमान, नवग्रह देवी-देवताओं की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हुआ है और इन सभी देवी देवताओं की यहां पूजा की जाएगी.

पति ने पूरा कर दिया सपना

बैजंती का सपना पूरा होने पर उन्होंने मीडिया से कहा, “उनकी बड़ी इच्छा थी कि गांव में मंदिर बने. उन्होंने अपने पति के सामने अपनी इच्छा जाहिर की और वो उनकी आभारी हैं कि उन्होंने उनके इस सपने को पूरा कर दिया. बैजंती ने कहा कि, “उन्होंने मेरे सपने को साकार किया. हम एक छोटा मंदिर बनाना चाहते थे. हालांकि, भगवान के आशीर्वाद से, हम गांव में एक सुंदर मंदिर बनाने में सक्षम हुए.”