आयुर्वेद विशेषज्ञ बताते हैं, आहार और लाइफस्टाइल को ठीक रखकर लिवर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद मिल सकती है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी को शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को स्वस्थ रखने के उपाय करते रहने की आवश्यकता है। आइए जानते हैं कि लिवर को फिट रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना जरूरी माना जाता है?
योग-व्यायाम के अभ्यास की आदत बनाकर लिवर से संबंधित समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। विशेषज्ञों ने पाया कि प्राणायाम का अभ्यास न केवल लिवर के कार्यों को आसान बनाने में सहायक अभ्यास है साथ ही इसके पित्त दोष को नियंत्रित करने में भी लाभ देखे गए हैं। कई प्रकार के योगासनों को लिवर को उत्तेजित करके इसके कार्यों को बेहतर बनाने और लिवर से संबंधित विकारों के जोखिम को कम करने में लाभकारी पाया गया है
लाइफस्टाइल को ठीक रखकर लिवर की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। लिवर सिरोसिस, फैटी लिवर जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लाइफस्टाइल में गड़बड़ी को एक कारण के तौर पर देखा जा रहा है। शोधकर्ताओं ने पाया कि शराब के सेवन जैसी आदतों के कारण इस महत्वपूर्ण अंग से संबंधित बीमारियों का खतरा काफी बढ़ा हुआ देखा जा रहा है। स्वस्थ दिनचर्या का पालन करके लिवर सहित अन्य अंगों की सेहत में भी सुधार किया जा सकता है।
हल्दी को लिवर की समस्याओं को दूर करने वाली सबसे प्रभावी औषधियों में से एक माना जाता है। इसके मुख्य सक्रिय घटक करक्यूमिन को अध्ययनों में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम में लाभकारी पाया गया है। हल्दी में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो इस जड़ी-बूटी को लिवर की बीमारियों को दूर करने में काफी लाभकारी बनाती है। अध्ययन से पता चला है कि 8 सप्ताह के लिए 500 मिलीग्राम करक्यूमिन उत्पाद से लिवर में फैट की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है।