मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हमारी जीडीपी ‘ग्रॉस एंवायरनमेंट प्रोडक्ट’ के बिना अधूरी है। मध्यप्रदेश सरकार ने इसी तारतम्य में ग्रीन इनिशियेटिव शुरू किया है। उन्होंने पेड़ लगाने, बिजली बचाने, पानी बचाने, लकड़ी की जगह गोकाष्ठ का इस्तेमाल करने, प्राकृतिक खेती करने, गौग्रास के लिए कुछ न कुछ देने, फसलों की पराली न जलाने और सांस्कृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने का संकल्प जनता को दिलाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन लाइफ को साकार करने मध्य प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को गोवर्धन पूजा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सपत्नीक भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में गोवर्धन पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना की। साथ ही प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि कहा हमारी जीडीपी ‘ग्रॉस एंवायरनमेंट प्रोडक्ट’ के बिना अधूरी है। मध्यप्रदेश सरकार ने इसी तारतम्य में ग्रीन इनिशियेटिव शुरू किया है। उन्होंने पेड़ लगाने, बिजली बचाने, पानी बचाने, लकड़ी की जगह गोकाष्ठ का इस्तेमाल करने, प्राकृतिक खेती करने, गौग्रास के लिए कुछ न कुछ देने, फसलों की पराली न जलाने और सांस्कृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने का संकल्प जनता को दिलाया।
16 निगम में ग्रीन सिटी इंडेक्ट रैंकिग की शुरुआत
सीएम ने 16 नगर निगम में ग्रीन सिटी इंडेक्स रैकिंग की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हर शहर को ग्रीन रखने के लिए प्रयास करना होगा। ग्रीन सिटी इंडेक्स में सिटी पार्क प्रबंधन के अलावा, शहर में वन क्षेत्र बढ़ाने का काम, वायु गुणवत्ता बेहतर करने, नवीनीकरण ऊर्जा का उपयोग और ग्रीन ट्रांसपोर्ट की सुविधा पर नंबर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ग्रीन वाहनों की संख्या को बढ़ाना है। इलेक्ट्रानिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाएंगे। यह ग्रीन सिटी इंडेक्स की रैकिंग के लिए हम करेंगे।
नगर पालिकाओं में भी करेंगे लागू
सीएम ने कहा कि अभी हम 16 शहरों में ग्रीन सिटी इंडेक्स रैकिंग लागू कर रहे है, लेकिन अगले चरण के लिए मैं यह निर्देश दे रहा हूं कि नगर पालिकाओं में भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी कि कौन सा शहर ग्रीन है और उसको पुरस्कृत करने का काम भी करेंगे। सीएम ने कहा कि स्वच्छता के लिए प्रधानमंत्री ने आह्वान किया और मध्य प्रदेश की जनता उठ कर खड़ी हुई। मुझे यह कहते गर्व है कि देश में मध्य प्रदेश स्वच्छता में नंबर एक है। हमें ग्रीन सिटी इंडेक्स की रैकिंग में भी मध्य प्रदेश को नंबर वन पर लाना है। सीएम ने जनता से ग्रीन सिटी इंडेक्स में मध्य प्रदेश को नंबर वन बनाने की अपील की।
गोबर से सीएनसी बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होगा
सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में 1.87 करोड़ से ज्यादा गोवंश है। मैं सम्पूर्ण समाज से अपील करता हूं कि हम गोवंश बचाने के लिए प्रयास करें। मध्यप्रदेश में अभी 1,700 गौशालाएं हैं, 1,404 पूरी हो गई हैं। 1,800 गौशाला हम बना रहे हैं। गोवर्धन योजना के तहत गैस और सीएनजी के निर्माण के लिए इंदौर में प्रयास चालू हो गया है। अगर ढंग से गौशाला चलाएं तो गौशाला आत्मनिर्भर बन जाएंगी। जबलपुर जिले में 21 करोड की लागत से गो मूत्र और गोबर से सीएनसी बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होगा। ग्वालियर में 31 करोड की लागत से 100 मी . टन प्रति दिवस की क्षमता का CNG प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
हर पंचायत में गौशाला घोषित करेगी
सरकार हर पंचायत में गौशाला घोषित करेगी। हम चारागाह विकसित करने का प्रयास करेंगे। हम हर शहर और हर पंचायत में ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए पेड़ लगाने के लिए एक जगह सुनिश्चित और सुरक्षित करेंगे।
प्राकृतिक खेती करने की अपील
सीएम ने कहा कि मैं किसाना बंधुओं से आह्वान करना चाहता हूं कि प्राकृतिक खेती पर भी ध्यान दें। हम खाद और कीटनाशक की पूरी व्यवस्था करेंगे। लेकिन इससे जो जमीन की दुर्दशा होती है, इस पर भी विचार करें। मध्यप्रदेश में 59,000 किसानों का पंजीयन प्राकृतिक खेती के लिए हुआ है। केमिकल फर्टिलाइजर हमारे खाद्य पदार्थों को जहरीला बना रहे हैं। इससे बीमारी बढ़ रही हैं, अगर आज ध्यान नहीं दिया, तो आने वाली पीढ़ियां इससे प्रभावित होंगी। प्रधानमंत्री के ‘मिशन लाइफ’ को सफल बनाने में योगदान देने के लिए जनता से आग्रह करता हूँ।
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन लाइफ का मूल मंत्र दिया था। मिशन लाइफ की मूल भावना पर्यावरण संरक्षण के लिए जीवन शैली में परिवर्तन लाना है। इसमें व्यक्तिगत जीवन शैली में परिवर्तन, स्थानीय पर्यावरण मित्र, संस्कृति परंपराओं क उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के मंत्र दिए थे।
पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया
पूजा के माध्यम से समाज को पर्यावरण बचाने का संदेश देने और इन गतिविधियों में व्यापक स्तर पर समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला, विकासखंड स्तर पर किसानों के संगठन, वृक्षारोपण के लिए सक्रिय अंकुर अभियान के कार्यकर्ता कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
सीएम ने कहा कि गो-वंश की व्यवस्था के लिए गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी गतिविधियां संचालित की जाएगी। पर्यावरण और लोगों की स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन आवश्यक है। वृक्षारोपण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से भावी पीढ़ी को बचाने का उपयुक्त माध्यम है। अत: गोवर्धन पूजा के माध्यम से वृक्षारोपण, प्राकृतिक खेती और गो-वंश के संरक्षण की गतिविधियों में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा।
प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के साथ ही गोवर्धन पूजा का उद्देश्य जन-जन को पौधरोपण, गोवंश के संरक्षण और प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करना है। राज्य स्तर पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में पर्यावरण प्रेमी शामिल हुए। वहीं, जिला स्तर पर भी कार्यक्रम में पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया। जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के संकट और प्रभावों को देखते हुए गोवर्धन पूजा अधिक प्रासंगिक हो गई है।