केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेशों के बाद हिमाचल प्रदेश में भी बुधवार से 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इस आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन का टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि प्रदेश के करीब तीन लाख बच्चे जो 12 से 14 वर्ष की आयु के बीच के हैं। इन बच्चों को प्रदेश के स्कूलों में कोविड की वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के लिए स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर चिन्हित कर दिए गए हैं।
इस संबंध में केंद्र सरकार से दिशा निर्देशों के अनुसार ही प्रक्रिया शुरू होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि स्कूलों में ही इन बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए बच्चों को पहले किसी भी तरह का पंजीकरण नहीं करवाना होगा। विभाग मौके पर ही पंजीकरण करेगा। गौरतलब है कि देश में तीन जनवरी, 2022 से पहली बार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू हुआ था। तब से 15 से 18 वर्ष के बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं। इस कारण बड़े बच्चों के स्कूल खोलने में भी आसानी हुई। अब 12 वर्ष के बच्चों को भी टीका लगाने से छोटे बच्चों को भी स्कूल भेजने में कोई हिचक नहीं रहेगी। जिन बच्चों का जन्म वर्ष 2008, 2009 या 2010 में हुआ है, उन्हें टीके लगाए जाएंगे। देश में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध यह कोरोना रोधी चौथा टीका होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगाई जाएगी। भारतीय औषधि महानियंत्रक ने 21 फरवरी को कुछ शर्तों के अधीन 12 से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए बायोलॉजिकल-ई के कोविड-19 रोधी टीके कॉर्बेवैक्स के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी।
किसको, कितनी डोज
18 वर्ष से ऊपर
पहली डोज 63,25579
दूसरी डोज 59,36,838
बूस्टर डोज 1,86,744
15 से 18 वर्ष तक
पहली डोज 4,21,254
दूसरी डोज 3,52,037