हिमाचल में निजी स्कूल के 2 बच्चों में टोमैटो फ्लू जैसे लक्षण, 10 दिन के लिए आइसोलेट किए

सोलन. कोरोना वायरस, मंकीपॉक्स के बाद अब हिमाचल प्रदेश में टोमैटो फ्लू की दहशत है. गुरुवार को हिमाचल के सोलन शहर में टोमैटो फ्लू के दो संदिग्ध मरीज सामने आए हैं. ये दोनों एक निजी स्कूल के छात्र हैं. डॉक्टरों को संबंधित स्कूल से सूचना दी गई थी. इसके बाद डॉक्टरों की टीम स्कूल पहुंची और जांच में दो बच्चों में टोमैटो फ्लू जैसे लक्षण दिखे हैं.

इन बच्चों के शरीर पर लाल धब्बे पड़े हैं और डॉक्टरों का मानना है कि यह हैंड टू माउथ रोग हो सकता है, जो टोमैटो फ्लू जैसा है. फिलहाल दोनों बच्चों को 10 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया गया है. निजी स्कूल में पढ़ने वाले इन बच्चों की उम्र 5 और 7 साल है. इन्हें हल्का बुखार भी है.

गौरतलब है कि टोमैटो फ्लू में अभी तक कोई दवा नहीं है. उधर, टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है. संबंधित स्कूल प्रबंधक को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन ने बताया कि टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. सोलन शहर में दो सन्दिग्ध मामले सामने आए हैं, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग ने 10 दिन के लिए आइसोलेट किया है.

टोमैटो बुखार हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) का एक प्रकार है. इसे टोमैटो फ्लू इसलिए कहा जाता है, क्योंकि शरीर पर टमाटर के आकार और रंग के छाले पड़ जाते हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन ने बताया कि टोमैटो फीवर में शरीर पर छाले निकलते हैं. ऐसे ही लक्षण मंकीपॉक्स में भी देखे गए थे. इसके अलावा कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चों में बुखार का खतरा अधिक होता है. उन्होंने लोगो से भी अपील की है कि यदि उनके 1 से 10 वर्ष की उम्र के बच्चों में किसी तरह के भी लक्षण बच्चों में आते हैं तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग से इस बारे में सलाह जरूर लें. तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, थकान, धड़कन बढ़ना, जोड़ों में दर्द, खुजली, उल्टी, डिहाइड्रेशन, दस्त इसके लक्षण हैं.