सिरमौर में शनिवार सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन पर असर डालना शुरू कर दिया है। हालांकि अब तक कोई जानी नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन पांवटा साहिब उपमंडल की पीपलीवाला पंचायत में धान के खेतों को नुकसान की जानकारी सामने आ रही है। बारिश के कारण स्थानीय खड्ड से पानी के तेज बहाव ने खेतों की तरफ रुख कर लिया।
गौरतलब है कि हाल ही में किसानों ने धान की बिजाई की थी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो करीब 2 घंटे तक बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। संपर्क मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हो गया। इसके बाद कुछ देर के लिए जलस्तर में गिरावट होने पर वाहन क्रॉस कर पाए। उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब घाटी गन्ने व धान की खेती के लिए एक अग्रणी स्थान रखती है।
#Watch I हिमाचल के सिरमौर में मूसलाधार बारिश, पीपलीवाला गांव में बाढ़ जैसे हालात
ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में धान की रोपाई की गई थी। सैकड़ों बीघा भूमि में पानी तेज बहाव से घुस गया, जिसके बाद फसल तबाह हो गई है। उधर सिरमौर के मुख्यालय नाहन में भी सुबह 8:00 बजे के बाद से लगातार मूसलाधार बारिश का क्रम जारी रहा। सुबह 11:30 बजे के आसपास मुख्यालय में बारिश हो रही है।
उधर सिरमौर के ऊपरी इलाकों से भी मूसलाधार बारिश की जानकारी आ रही है। फिलहाल मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक सुचारू होने की जानकारी है। लेकिन माना जा रहा है कि अगर बारिश का क्रम इस तरीके से जारी रहा तो सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हो सकती है। चंद रोज पहले पांवटा साहिब-शिलाई मार्ग भी लैंडस्लाइड की वजह से अवरुद्ध हो गया था।
जानकारी यह भी आ रही है कि गिरी बाता-मारकंडा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। उधर उत्तराखंड को हिमाचल से विभाजित करने वाली टोंस नदी का भी जलस्तर बढ़ने की सूचना है।