मंडी-मांडवा-भराड़ी जंक्शन पर बनेगा टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, BBMB के ऊंचे क्रेन पर बनेगा रेस्टोरेंट

बिलासपुर जिला में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंडी भराड़ी जंक्शन के निकट पब्लिक वेबसाइट अमेनिटीज बनाई जाएगी। प्रशासन, पर्यटन विभाग और भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड के सौजन्य से चंडीगढ़-मनाली और शिमला-चंबा हाईवे पर आने-जाने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए इस कॉन्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त पंकज राय ने दी है।

उन्होंने बताया कि इस जंक्शन के समीप बनने वाले पर्यटन कॉप्लेक्स के अंदर भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड के एक ऊंचे क्रेन पर रेस्टोरेंट भी बनाया जाएगा। जहां पर्यटक व स्थानीय लोग बैठकर स्थानीय व्यंजनों का मजा ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंडी-भराड़ी पुल के समीप बनी क्रेन को 1963 के दौरान बीबीएमबी के हिमाचल में लग रहे अन्य प्रोजेक्टों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। अब इस क्षेत्र में फोरलेन बनने में इसका इस्तेमाल पर्यटन को विकसित करने में होगा।

      आमतौर पर लंबे सफर के दौरान वाहन कर्मी व यात्री लघु विश्राम, भोजन आदि के लिए ढाबा या लाइन होटल पर रुकते है। पब्लिक वेबसाइड अमेनिटीज उसी के बड़े रूप को कहा जाता है। कॉम्प्लेक्स के अंदर 100 से अधिक गाड़ियों को एक साथ पार्क करने की व्यवस्था भी होगी। यहां विश्व स्तर की अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होगी।

यात्रा के बीच मिलेंगी सारी सुविधाएं, स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार 

उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि सड़क मार्ग के किनारे लंबी दूरी तक यात्रियों व वाहन कर्मियों को सुविधाओं का अभाव रहता है। यह कॉन्प्लेक्स उनका विकल्प होगा। स्थानीय स्तर पर लोगों के आर्थिक उत्थान के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराना भी इसके मुख्य उद्देश्यों में है। उन्होंने बताया कि इसके काफी आर्थिक फायदे भी है। जल्द होगी डीपीआर तैयार 

उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि इस कॉन्प्लेक्स को बनाने के लिए भाखड़ा बांध प्रबंधन द्वारा हामी भरी गई है। पर्यटन विभाग और भाखड़ा ब्यास बांध प्रबंधन जल्द ही एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। इस प्रयास को सिरे चढ़ाने के लिए प्रशासन द्वारा डीपीआर भी तैयार किया जा रहा है।

क्या है पब्लिक वेबसाइट अमेनिटीज 

अमेनिटीज में फूड प्लाजा, आवश्यक सामग्रियों की दुकानें, बैंक एटीएम, शौचालय, स्नानागार, मेडिकल फैसिलिटी, बच्चों के लिए पार्क की सुविधा होंगी। इसके अलावा इसमें ग्रामीण हाट का भी विकल्प होगा। इसमें स्थानीय स्तर के कृषि, हाथ से बने आदि उत्पादों की बिक्री की सुविधा मिलेगी।