कंडाघाट का रेलवे स्टेशन बेहद ख़ास है | जहां आज भी अंग्रेजों के समय की मशीनें मौजूद है | इन मशीनों से ही एक स्टेशन से दुसरे स्टेशन तक संदेश भेजे जाते है | इसी तरह की मशीनें कालका से शिमला तक के स्टेशनों पर देखी जा सकती है | यही कारण है कि कालका शिमला रेवले लाइन को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त है | इन मशीनों को देखने पर्यटक दूर दूर से आते है | जब ट्रेन कुछ देर के लिए स्टेशनों पर खड़ी होती है तो पर्यटक इन मशीनों को देख कर अपना ज्ञान वर्धन करते हैं और इस प्रणाली को देख कर हैरत में पड़ जाते है |
स्टेशन मास्टर दिनेश शर्मा ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि कालका शिमला रेलवे लाइन जिसे विश्व धरोहर का दर्जा भी प्राप्त है यहाँ अंग्रेजों के समय जो मशीनें स्थापित की गई थी | उन्हीं मशीनों पर आज तक कार्य किया जाता है | उन्होंने बताया कि यह रेलवे लाइन 1903 में स्थापित की गई थी जो ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाया गया था | जिसे आज तक चालु हालत में रखा गया है और यही वजह है कि यह पुरानी मशीनें पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है जिसे देख कर सभी हैरत में पड़ जाते हैं |