प्रियंका गांधी के सोलन पहुंचने से 20 मिनट पहले बसाल-चंबाघाट-सोलन मार्ग का ट्रैफिक रोका गया।

इसके बाद वाहनों की सामान्य आवाजाही रही। रैली के लिए कार्यकर्ता बसों और निजी वाहनों से सोलन पहुंचे। बसों से आए कार्यकर्ता ओल्ड बस स्टैंड, बाईपास सोलन और डिग्री कॉलेज से पैदल शक्ति प्रदर्शन करते रैली स्थल तक पहुंचे।वहीं कार्यक्रम खत्म होते ही राजगढ़-सोलन मार्ग लोगों से पैक हो गया। इस बीच शहर के मालरोड पर भी लोगों की काफी भीड़ रही। हालांकि पुलिस के सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के बेहतरीन इंतजाम रहे। इससे लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ी।
प्रियंका गांधी 12:20 बजे बसाल हेलिपैड पहुंची। इसके बाद वहां से सड़क मार्ग से जौणाजी मार्ग होते हुए सीधे शूलिनी मंदिर दोपहर 12:32 बजे पहुंची। माता के दर्शन करने के बाद वहां से ओल्ड डीसी ऑफिस 12:40 पर पहुंचीं।
यहां उन्होंने एनपीएस के क्रमिक अनशन में शामिल होकर उनकी मांगों को सुना। इसके बाद वे ठोडो मैदान में आयोजित महारैली के लिए रवाना हुईं। इस बीच पुलिस का सुरक्षा और ट्रैफिक प्लान बेहतरीन रहा।
इससे आम लोगों और कार्यकर्ताओं को परेशानी नहीं झेलनी पड़ी। रैली के बाद वापसी के लिए दोबारा से ट्रैफिक रोकना पड़ा। इस दौरान ऑटो और बसों को रोकने से विद्यार्थियों को थोड़ी बहुत परेशानी झेलनी पड़ी।
रैली में सुरक्षा को लेकर सादे कपड़ों में पुलिस तैनात रही। इसके अलावा सीसीटीवी से भी पूरे शहर में निगरानी होती रही। शूलिनी मंदिर के आसपास भी सुरक्षा के सभी पुख्ता इंतजाम रहे।
रैली के लिए आने वाले कार्यकर्ताओं की बसें शहर से बाहर ही रहीं। इसमें शिमला से आने वाली बसें मोहन पार्क के समीप तक आईं। राजगढ़ की तरफ से आने वाली बसें डिग्री कॉलेज और परवाणू-बीबीएन क्षेत्र से आने वाली बसें सोलन बाईपास तक ही आ सकीं।
तीन प्रवेश द्वार से हुई एंट्री
कांग्रेस की परिवर्तन रैली में भाग लेने के लिए प्रदेश भर से कार्यकर्ता पहुंचे। कार्यकर्ता सुबह से ही ठोडो मैदान रैली स्थान तक पहुंचना शुरू हो गए थे। ठीक 9:00 बजे से रैली स्थान के लिए कार्यकर्ताओं का प्रवेश शुरू कर दिया था।
हालांकि 11:30 बजे तक रैली स्थान पर लगी अधिकतर कुर्सियां खाली ही दिखाई दी लेकिन ठीक 12:00 बजे के बाद मैदान पूरी तरह से पैक हो गया। इस बीच कई कार्यकर्ताओं को कुर्सी भी नहीं मिल पाई। इस दौरान वह खड़े रहकर भी रैली में भाग लेते दिखाई दिए।
कार्यकर्ताओं में दिखा रैली का उत्साह
इस रैली से कांग्रेस का चुनावी शंखनाद भी हो गया है। रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिखाई दिया। विभिन्न क्षेत्रों से टिकट के दावेदार अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर ठोडो मैदान तक पहुंचे।
इस बीच सिरमौर के धौलाकुआं से सलीम बैसाखियों के सहारे अपनी प्रिय नेता को सुनने के लिए बाईपास से करीब ढाई किमी का पैदल सफर कर रैली स्थल तक पहुंचे।