Coromandel Express Accident: ओडिशा में कोरोमंडल ट्रेन हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक चीख-पुकार मची थी। कई शव कटे पड़े थे। लोगों के शरीर से खून बह रहा था। ब्लड डोनेशन के लिए सैकड़ों युवाओं की भीड़ जमा थी। सुबह तक कई ने ब्लड डोनेशन किया।
ओडिशा के बालासोर में हुए भयानक कोरोमंडल ट्रेन हादसे ने पूरे देश को हिला दिया है। घटना के बाद लोगों की जान बचाने के लिए लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए। सैकड़ों लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंचे तो अस्पताल में भी हुजूम उमड़ पड़ा। जो जिस तरह था ब्लड डोनेट करने के लिए अस्पताल पहुंच गया। नतीजा यह हुआ कि कुछ ही घंटों में 900 यूनिट ब्लड जमा हो गया। 2000 से ज्यादा लोगों ने ब्लड डोनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
ब्लड डोनर्स की बढ़ती जा रही थी भीड़
घटना की सूचना के बाद रात के बाहर बजे लगभग 2000 युवा ब्लड डोनेशन की लाइन में खड़े थे। ब्लड डोनेशन करनेवालों की भीड़ बढ़ती जा रही थी और ब्लड भी एकत्र होता जा रहा है। कुछ ही घंटों में बालासोर में 500 यूनिट ब्लड जमा हो गया। सुबह तक ब्लड बैंक में 900 यूनिट ब्लड था।
सुबह तक लाइन में खड़े रहे युवा
मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे युवा शांति से लाइन में लगे थे। आलम यह था कि जहां तक नजर जा रही थी, युवा लाइन में खड़े नजर आ रहे थे। कोई घायल आता तो युवा लाइन से निकलकर मदद के लिए दौड़ पड़ते और फिर वापस आकर लाइन में लग जाते। कई ने तो ब्लड डोनेशन के लिए सुबह तक लाइन में लगकर अपने नंबर का इंतजार किया।
किया गया ब्लड डोनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन
डॉक्टरों ने बताया कि ब्लड बहुत ज्यादा एकत्र करके नहीं रखा जा सकता है इसलिए 900 यूनिट ब्लड एकत्र होने के बाद डोनेशन रोक दिया गया। उसके बाद युवाओं ने ब्लड डोनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया। 2000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए। बिना किसी ब्लड डोनेशन कैंप या किसी के बुलावे पर सैकड़ों युवा जमा थे, यह बताता है कि हमारे देश में इंसानियत जिंदा है।