विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में प्राकृतिक खेती पर वैज्ञानिक मॉडल के विकास के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों के ज़ोन 1 के वैज्ञानिकों का तीन दिवसीय अभिविन्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के विस्तार शिक्षा निदेशालय में आयोजित किया जा रहा है । आपको बता दें कि कार्यक्रम ‘अंडरस्टैंडिंग नेचुरल फार्मिंग फॉर इट्स फ्लॉलेस स्ट्रैटेजीज टू आउट स्केल टू केवीके ‘ का आयोजन आईसीएआर-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान लुधियाना के सहयोग से किया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन डा यशवंत सिहं परमार बागवानी एवं वानकी विवि नौणी के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने बतौर मुख्य अतिथी शिरकत की । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे जोन 1 से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के केवीके शामिल है, जिनके 79 वैज्ञानिक इस कार्यक्रम में भाग ले रहें हैं। तीन दिनों के दौरान, विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों को विभिन्न तकनीकी सत्रों के दौरान, प्राकृतिक खेती की बुनियादी बातों से अवगत करवाया जाएगा। प्रतिभागियों को इस तकनीक के परिणामों को प्रदर्शित करने के लिए किसानों के खेतों का दौरा भी करवाया जाएगा
वहीं इस दौरान नौणी विवि के कुलपति प्रोफसर राजेश्वर चंदेल ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्रो का पहला रिजन अटारी वन के जम्मू कश्मीर , हिमाचल प्रदेश पंजाब , उतराखंड व हरियाणा के 79 वैज्ञानिक इस प्रशिक्षण शिविर मे भाग ले रहे हैं।