Paytm की सफाई, ED की जांच के दायरे में आए किसी भी मर्चेंट से हमारा लिंक नहीं

नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर डिजिटल पेमेंट एंड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी पेटीएम (Paytm) ने सफाई दी है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One97 Communications) ने रविवार को उन मर्चेंट से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया जो चीनी लोन ऐप मामले (Chinese Loan App Case) में ईडी की जांच के दायरे में हैं.

ED ने पेटीएम से मांगी थी जानकारी
कंपनी ने कहा कि ईडी ने जिन फंड पर भी रोक लगाई हैं उनमें से कोई भी ग्रुप या ग्रुप की किसी कंपनी से संबंधित नहीं है. पेटीएम ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा, ‘‘कुछ मर्चेंट के खिलाफ जारी जांच के सिलसिले में ईडी ने उन मर्चेंट से जुड़ी जानकारियां मांगी थी जिन्हें हम पेमेंट प्रोसेसिंग सॉल्यूश देते हैं. हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि ये मर्चेंट इंडिपेंडेंट एंटिटीज हैं और इनमें से कोई भी हमारे ग्रुप की एंटिटीज नहीं है.’’

Paytm, Razorpay और Cashfree पर ईडी की रेड
ईडी ने शनिवार को कहा था कि चीनी नागरिकों के ‘नियंत्रण’ वाले ऐप आधारित इंस्टैंट लोन आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफर्म रेजरपे, पेटीएम और कैशफ्री के बेंगलुरु स्थित परिसरों पर छापेमारी की गई है.

पेटीएम ने कहा, ‘‘ईडी ने कुछ मर्चेंट निकायों की मर्चेंट आईडी से कुछ राशि पर रोक लगाने का निर्देश दिया था. हम बताना चाहते हैं कि इनमें से कोई भी फंड, जिन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है वह पेटीएम या हमारे ग्रुप की किसी भी कंपनी से संबंधित नहीं है.’’

चीनी लोगों द्वारा नियंत्रित किए जा रहे ऐप्स
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि छापेमारी में चीन के व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित इन कंपनियों के ‘‘मर्चेंट आईडी और बैंक खातों’’ में जमा 17 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. एजेंसी ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां भारतीय नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके उन्हें फर्जी तरीके से डायरेक्टर बनाती हैं जबकि इन कंपनियों का नियंत्रण और परिचालन चीन के लोग करते हैं.