राजगढ़ के वार्ड नंबर सात कोटली में पानी के लिए त्राहि-त्राहि

राजगढ़, 11 जून : पानी पीने के लिए तरस रहे राजगढ़ के वार्ड नंबर सात के बाशिंदों ने जल शक्ति विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस वार्ड के लोगों ने विभाग के  स्टाफ की कार्यशैली से तंग आकर मुख्यमंत्री व जल शक्ति मंत्री को पत्र भेजकर पानी उपलब्ध करवाने की गुहार लगाई गई है। 

वार्ड नंबर सात के दुर्गेश सिंह, विवेक सूद, सीमा चौहान, डाॅ. शशि किरण, सुलोचना, संजीव कुमार रमेश कुमार, धर्मपाल का कहना है कि 15-20 मिनट के लिए जलापूर्ति की जाती है, जो रिहायशी लोगों व किसान वर्ग के लिए नाकाफी है। बता दें कि इस वार्ड के किसानों को अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए खडडों में ले जाना पड़ता है। यही नहीं इन वार्डों में कर्मचारियों सहित अन्य लोगों ने जमीन लेकर मकान बनाए है,लेकिन विभाग इन वार्डों की आबादी को पेयजल उपलब्ध करवाने में विफल रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि वार्ड नंबर सात के लोग बीते कई वर्षों से पानी के लिए विभाग से गुहार लगा चुके हैं, परंतु इस वार्ड में जलापूर्ति करने में भेदभाव किया जा रहा है। लोग प्यासे मर रहे है। लोगों की ऐसी हालत है कि खाना पकाने के लिए हैंडपंप पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जहां पर पानी के लिए लाईने लगी रहती है। 

लोगों का कहना है कि यहां हफ्ते में केवल दो दिन पानी 15-20 मिनट के लिए मिलता है। जिससे पीने का गुजारा भी नहीं हो पाता है। लोगों का यह भी आरोप है कि कुछ लोगों की टंकियां ओवरफ्लो होती है। बता दें जहां एक ओर गर्मियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। वहीं पानी की किल्लत विकराल होने लगी है। 

शहर की पेयजल समस्या के समाधान के लिए वर्ष 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा छः करोड़ की उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास किया गया था। बजट होने के बावजूद भी यह योजना बीते सात वर्षों से एफसीए की मंजूरी न मिलने के कारण अधर में लटकी है।

सरकार द्वारा इस योजना को क्रियाशील बनाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। राजगढ़ शहर के लिए वर्ष 2005 में कंडा नाला से पेयजल योजना बनाई गई थी। उस दौरान शहर की आबादी केवल अढाई हजार हुआ करती थी जो वर्तमान में बढ़कर करीब छः हजार हो चुकी है। 

इसी योजना से लोगों को पानी मिल रहा है, वो वर्तमान आबादी के हिसाब से बहुत कम है। यदि पैरवी खड्ड से बनने वाली उठाऊ पेयजल योजना बन जाती है तो उससे शहर की पेयजल समस्या का काफी समाधान होना संभव था। 

विभाग के सहायक अभियंता बीके कौंडल ने बताया कि गर्मी के कारण पेयजल स्त्रोत सूखने लग गए है, इस वजह से पानी की समस्या पैदा हो गई है । उन्होने बताया कि नगर पंचायत के इस वार्ड में पेयजल समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।