शिलाई विधानसभा क्षेत्र के जामना विश्राम गृह में शहीद हुए वनरक्षक कल्याण सिंह को दी श्रद्धांजलि अर्पित

सिरमौर जिला के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के जामना विश्राम गृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम क्षेत्र की 5 पंचायतों के 9 गांव के लोग के प्रबुद्ध महिलाएं पुरुषों ने भाग लिया। इस अवसर पर विगत महा जंगल की आग बुझाते हुए गिरकर

क्षेत्रवासियों ने वनरक्षक कल्याण सिंह को शहीद का दर्जा देने की मांग उठाई है।शिलाई विधान सभा क्षेत्र के मस्त भोज क्षेत्र में 9 गांव के लोग यहां स्थानी जाखना विश्राम गृह में एकत्र हुए। इस क्षेत्र में लोगों ने श्रद्धांजलि दी यहां एकत्र हुए लोगों ने विगत दिनों जंगल की आग बुझाते ढंग से गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए वनरक्षक कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी और एक सुर में कल्याण सिंह को शहीद का दर्जा देने की मांग उठाई। दरअसल विगत महा जाखना वन रेंज में चीड़ की पत्तियों ने आग पकड़ ली थी। जिसकी वजह से क्षेत्र के जंगल धूं धूं कर जलने लगे थ।

इस बीच वनरक्षक कल्याण सिंह अकेले ही आग बुझाने के काम में जुटे गए। आग बुझाते हुए कल्याण सिंह का पैर फिसला और वह ढांग से नीचे गिर गए। गिरने के कारण लगी चोटों से कल्याण सिंह की मौत हो गई थी। वनों की रक्षा करते हुए कल्याण सिंह को अब क्षेत्र के लोग शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। वन रक्षक कल्याण सिंह पर्यावरण जंगल वन संपदा और जंगली जीवो को बचाते हुए शहीद हुए हैं। यही कारण है कि क्षेत्र के लोग एकजुट होकर उन को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों को इस बात का मलाल है कि हिमाचल प्रदेश में आग बुझाते हुए शहीद हुए एक अन्य वनरक्षक को तुरंत शहीद का दर्जा दिया गया था। जबकि कल्याण सिंह की शहादत को लगभग 2 महीने होने को है मगर इस संबंध में वन विभाग और प्रदेश सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।