अक्षय नवमी का त्योहार 2 नवंबर को मनाया जाएगा, यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जप, तप, ध्यान और दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में इस दिन का महत्व बताते हुए कुछ उपाय बताए गए हैं। आइए इन उपायों के बारे में जानते हैं…
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2 नवंबर दिन बुधवार को अक्षय नवमी या आंवला नवमी का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन से सतयुग की आयु पूर्ण हो गई थी और त्रेता युग का आरंभ हुआ था। इस दिन जप-तप, स्नान, दान, तर्पण आदि धार्मिक कार्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा का विधान है। पुराणों में बताया गया है कि आंवला के वृक्ष की पूजा करने से भगवान शिव और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में इस दिन का महत्व बताते हुए कुछ उपाय भी बताए गए हैं। इन उपायों को करने से जीवन में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं रहती है और आरोग्य का फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं अक्षय नवमी के दिन किए जाने वाले इन उपायों के बारे में…
ऐसा करने से देवताओं का मिलता है आशीर्वाद
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा का विधान है। इस दिन पूर्व की तरफ मुख करके आंवला के वृक्ष की जड़ को ॐ धात्र्ये नमः मंत्र का जप करते हुए जल और दूध से सींचना चाहिए। इसके बाद वृक्ष पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं और विधि-विधान से पूजा करें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इस उपाय से धन-धान्य की नहीं होगी कमी
अक्षय नवमी के दिन उपवास रखते हुए भगवान श्रीहरि को आंवले का प्रसाद लगाना चाहिए और आंवले का दान भी करना चाहिए। संभव हो सके तो आंवले के वृक्ष के नीचे ब्राह्मण व जरूरतमंद लोगों को भोजन करना चाहिए और पूरे परिवार को आंवले का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती।
घर में यहां लगाएं आंवले का वृक्ष
घर में इस दिन आंवले का वृक्ष लगाना वास्तु के हिसाब से बहुत शुभ माना जाता है। अगर आप भी घर में आंवले का वृक्ष लगाना चाह रहे हैं तो उत्तर दिशा में लगाएं। वहीं अगर उत्तर दिशा में संभव नहीं है तो पूर्व दिशा में लगा दें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
इस उपाय से माता लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
अक्षय नवमी के दिन माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए पांच कुंवारी कन्याओं को घर में बुलाकर केसर युक्त खीर खिलानी चाहिए और सभी कन्याओं को पीले या लाल वस्त्र और दक्षिणा देकर विदा कर आशीर्वाद लेना चाहिए। इसके बाद घर की सबसे बड़ी महिला को खीर खिलाएं और फिर पूरा परिवार प्रसाद ग्रहण करे। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में हमेशा सुख-समृद्धि का वास रहता है।