तुषार कपूर के अनुसार, हर स्टार किड को नहीं मिलता महत्व.
मुम्बई. जब फिल्म इंडस्ट्री में किसी स्टार किड की एंट्री होती है, तो अमूमन यह माना जाता है कि उसके लिए सब आसान होगा. फिल्म मिलना शायद आसान हो लेकिन जगह और पहचान बनाने में उन्हें भी उतनी ही मेहनत करनी होती है, जैसी आउटसाइडर को. ऐसा ही कुछ तुषार कपूर (Tusshar Kapoor) का भी मानना है. उनके अनुसार, हर स्टार किड को करीना कपूर (Kareena Kapoor) जितनी तवज्जो नहीं मिलती. कसौली में आयोजित हो रहे एक लिटरेरी फेस्टिवल में तुषार ने खुलकर अपनी बातें कहीं.
तुषार कपूर ने इस फेस्टिवल के दौरान दिव्या दत्ता (Divya Dutta) से चैट की. दिव्या दत्ता ने उनसे स्टार किड होने के नाते इंडस्ट्री में जगह बनाने को लेकर सवाल किया. इस पर तुषार ने खुद को आउटसाइडर की तरह बताया. हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार तुषार का कहना था कि हर स्टार किड के लिए रेड कार्पेट नहीं होती.
बेबो को मिल गई थीं कई फिल्में
तूुषार ने बताया, ‘हर स्टार किड के लिए रेड कार्पेट नहीं बिछी होती. जब मैं अपनी डेब्यू फिल्म ‘मुझे कुछ कहना है’ की शूटिंग कर रहा था तो मुझे अपनी को स्टार करीना कपूर का 12 से 14 घंटे इंतजार करना पड़ता था. करीना एक साथ चार फिल्मों की शूटिंग कर रही थी. उनकी पहली फिल्म रिलीज नहीं हुई थी लेकिन उनकी डिमांड पहले से ही इंडस्ट्री में बढ़ गई थी और वे कई फिल्में साइन कर चुकी थीं.’
सिंगल फादरहुड कर रहा हूं एंजॉय
तुषार कपूर ने जब सिंगल फादर बनने का फैसला लिया था तो इसने सभी को चकित कर दिया था. इस पर दिव्या ने उनकी बुक पर सवाल किया. इस पर तुषार का कहना था, ‘जब मैंने यह फैसला किया तो हर कोई मुझसे यही पूछ रहा था कि ऐसा क्यों किया? ऐसे में मैंने एक किताब लिखने का फैसला किया, जिसमें सिंगल फादर के अपने डिसीजन पर बात करना चाहता था.’ दिव्या ने जब उनसे पूछा कि सरोगेसी को लेकर लोगों के जजमेंट को उन्होंने कैसे लिया? इस पर तुषार ने कहा, ‘कोई भी अडोप्ट कर सकता है. यहां तक कि शादी शुदा कपल भी ऐसा करते हैं. तो मुझे इसे लेकर जज क्यों जा रहा है यदि मैं अपना बच्चा चाहता हूं. लोगों को तो यह भी लगता है कि मेरे बच्चे को सिर्फ नैनी पालती होगी क्योंकि मेरे पास समय नहीं है. लेकिन यह सच नहीं है.’