दो दोस्तों ने चंदा मांग कर खरीद लिया पूरा ‘देश’, सरकार से लेकर राष्ट्र ध्वज तक सब है इनका अपना

दुनिया में एक से बढ़ कर एक अमीर लोग मौजूद हैं लेकिन इनमें से किसी अमीर व्यक्ति को आपने कभी कोई देश खरीदते देखा है? बिल्कुल नहीं देखा होगा क्योंकि किसी भी व्यक्ति के बस में नहीं कि वह किसी देश को खरीद ले लेकिन आप ये सुन कर चौंक जाएंगे कि दो लोगों ने मिलकर एक देश खरीद लिया है. इससे भी हैरान करने वाली बात ये है कि इन दोनों ने ये देश अपने पैसे से नहीं बल्कि क्राउड फंडिंग यानी कि चंदा इकट्ठा कर के खरीदा है. 

चंदा मांग कर खरीदा आइलैंड 

 

चंदा जमा कर के खरीदा गया ये देश अब दुनियाभर में मशहूर हो गया है. इस छोटे से देश को खरीदने के लिए दो लोगों ने मिलकर क्राउड फंडिंग की और फिर उसे एक देश के रूप में विकसित कर दिया. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गैरेथ जॉनसन और मार्शल मेयर नामक दो लोगों ये देश खरीदा है. दरअसल, साल 2018 में इन दोनों ने एक आइलैंड खरीदने का मन बनाया लेकिन इनके पास इतना फंड नहीं था. इसके बाद इन दोनों ने लेट्स बाय एन आइलैंड नाम से एक प्रोजेक्ट शुरु किया. 

इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद से ही क्राउड फंडिंग के रूप में लोग पैसे देने लगे. इस क्राउड फंडिंग के द्वारा आइलैंड खरीदने के लिए इन दोनों ने करीब ढाई लाख पाउंड यानी ढाई करोड़ रुपये जुटाए. इसके बाद इन दोनों ने 2019 में कॉफी काय नामक एक आइलैंड खरीदा. कैरिबियन देश बेलिजी के पास स्थित ये आइलैंड 1.2 एकड़ में फैला हुआ है. 

आइलैंड को बना दिया देश 

 

कॉफी बीन के आकार में होने के कारण इसका नाम कॉफी काय रखा गया है. इसके बाद गैरेथ और मार्शल मेयर ने धीरे-धीरे लोगों को जोड़ना शुरू किया. ऐसे ही इन दोनों ने इस आइलैंड को एक देश के रूप में विकसित करने के बारे में सोचा और इसपर काम शुरू कर दिया. कुछ ही समय में उन्होंने कॉफी काय नामक इस आइलैंड को एक देश बना दिया. इस देश का नाम इन दोनों ने प्रिंसिपैलिटी ऑफ आइलैंडिया रखा. कमाल की बात है कि इस देश की अपनी सरकार होने के साथ साथ इसका अपना राष्ट्रीय ध्वज और अपना नेशनल एंथम भी है.

आप भी पा सकते हैं नागरिकता

फिलहाल 249 नागरिकों के इस देश में नागरिकता पाने के लिए 1,500 रुपये का भुगतान करना पड़ता है. दुनिया का कोई भी शख्स इस देश की नागरिकता हासिल करने के साथ साथ 2 लाख रुपये का भुगतान कर  इस आइलैंड के शेयर खरीद सकता है. ऐसा करने के बाद आप यहां वोट देने के अधिकारी बन जाएंगे.