झारखंड हिंसा में दो की मौत, दो दर्जन से ज्यादा गंभीर रूप से घायल; सीएम सोरेन ने दिया बड़ा बयान

भाजपा से निलंबित नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद शुक्रवार को देश में कई जगह हिंसा भड़की थी। जुमे की नमाज के बाद झारखंड में भी कई जगह पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसमें कई लोग घायल हो गए थे, जिसमें दो ने आज दम तोड़ दिया। 

नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर झारखंड के रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा में 11 पुलिसकर्मियों समेत करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे। अब खबर है कि हिंसा के घायलों में शनिवार को दो की मौत हो गई। मृतकों की पहचान मुदस्सिर उर्फ कैफी के रूप में हुई है। वहीं दूसरे का नाम मोहम्मद साहिल है। रिम्स अस्पताल प्रशासन की ओर से दोनों की मौतों की पुष्टि की गई है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों को यहां भर्ती कराया गया था, जिसमें दो लोगों ने दम तोड़ दिया। दोनों को हिंसा के दौरान गोली लगी थी। अभी भी कई घायलों का इलाच चल रहा है।

दरअसल, भाजपा से निलंबित नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद शुक्रवार को देश में कई जगह हिंसा भड़की थी। जुमे की नमाज के बाद झारखंड में भी कई जगह पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं हुई थीं।

सीएम ने कहा, हिंसा चिंता का विषय 
राज्य में भड़की हिंसा के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, यह घटना निश्चित रूप से हमारे लिए चिंता का विषय है। राज्य के लोग संयम बनाए रखें और किसी भी तरह के अपराध में शामिल न हों। सोरेन ने कहा, इस समय हम कड़ी परीक्षा से गुजर रहे हैं, लेकिन हमें धैर्य खोने की आवश्यकता नहीं है। 

पूरे रांची में कर्फ्यू 
रांची में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पहले यहां के कुछ ही इलाकों में कर्फ्यू का एलान किया गया था। वहीं रांची में उग्र विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं भी स्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। 

एसएसपी, एसपी सिटी, डीएसीपी और पुलिसकर्मी घायल
झारखंड में प्रदर्शन के दौरान स्थिति को नियंत्रित कर रहे एसएसपी, एसपी सिटी, डीएसपी सिटी, डेली मार्केट थाना प्रभारी और कुछ अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 11 पुलिसकर्मी और 12 प्रदर्शनकारी घायल हुए। उनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। झारखंड पुलिस के मुताबिक, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। फोर्स तैनात की गई है। इलाके में आईजी, पुलिस अधीक्षक, डीएसपी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डेरा डाले हुए हैं।