जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (JOA ) आईटी सीरीज बी का प्रश्नपत्र लीक होने के तीन दिन बाद पुलिस ने नेरचौक स्थित अभिलाषी बीएड कॉलेज के एक और प्रोफेसर व क्लर्क को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस को अंदेशा है कि पेपर लीक करने में इन दोनों का भी हाथ है। अब तक मामले में आरोपी अभ्यर्थी, अभिलाषी कॉलेज के दो प्रोफेसर और दो क्लर्कों सहित कुल 9 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 12 घंटे के भीतर पेपर लीक की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस ने जांच तेजी से आगे बढ़ रही हैं। एमएसएलएम कॉलेज सुंदरनगर और नेरचौक स्थित अभिलाषी बीएड कॉलेज पहुंचकर पेपर से संबंधित अटेंडेंस शीट, सीटिंग प्लान आदि का रिकॉर्ड भी कब्जे में लिया गया।
बुधवार को मामले की पुष्टि करते हुए एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया देर रात मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी है। पुलिस अब आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच करेगी।
उधर, हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने पूरे मामले की लेकर जिला के उपायुक्त से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। स्टेटस रिपोर्ट देखने के बाद पेपर रद्द करना है या नहीं, इसका फैसला लिया जाएगा।
मामले में एसआईटी का किया गया है गठन
मामले की जांच के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी संजय कुंडू ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। यह टीम पेपर लीक मामले को लेकर जांच करेगी। एसआईटी का गठन डीआईजी सेंट्रल रेंज मंडी मधुसूदन की अध्यक्षता में किया गया है। इसमें कमांडेंट तृतीय आईआरबी सौम्या, कमांडेंट चतुर्थ आईआरबी दिवाकर शर्मा और डीएसपी सीआईडी यूनिट मंडी सुशांत शर्मा सदस्य होंगे।
एसआईटी पता लगाएगी कि इस मामले में कोई बड़ा रैकेट शामिल तो नहीं है। यह भी जांच होगी कि मामला सिर्फ मंडी जिले के एमएलएसएम कॉलेज सुंदरनगर के एक केंद्र तक ही सीमित है या इसके प्रदेश के अन्य जिलों में बने परीक्षा केंद्रों से भी तार जुड़े हैं। जांच टीम आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच करेगी।