बजरंग दल पर कांग्रेस का यू-टर्न, कहा- बैन की कोई योजना नहीं, सत्ता में आए तो हनुमानजी के नाम पर चलाएंगे स्कीम

बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के वादे पर कर्नाटक में विवाद और बढ़ गया है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप और तेज हो गया है। खरगे ने कांग्रेस के घोषणापत्र को जलाने के लिए ईश्वरप्पा की निंदा की। उन्होंने कहा, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, घोषणापत्र को जलाना उचित नहीं है।

बजरंग दल पर कांग्रेस का यू-टर्न, कहा- बैन की कोई योजना नहीं, सत्ता में आए तो हनुमानजी के नाम पर चलाएंगे स्कीम
बेंगलुरु: कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होते ही विवाद शुरू हो गया। बजरंग दल संगठन को बैन करने के वादे को लेकर कर्नाटक में घमासान शुरू हो गया। तमाम विवादों के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को यू टर्न ले लिया। कांग्रेस ने कहा कि वह बजरंग दल पर किसी भी प्रतिबंध पर विचार नहीं कर रही है। उन्होंने बीजेपी पर भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस बजरंग दल पर बैन नहीं लगा रही बल्कि कर्नाटक में अंजनेया (हनुमान) मंदिरों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कर्नाटक की सत्ता में आती है तो प्रदेश के हनुमान मंदिरों का जीर्णोद्धार करेंगे।

शिवकुमार ने कहा, ‘हम भगवान हनुमान के नाम पर विशेष योजनाएं शुरू करेंगे। हर तालुक में, युवाओं की मदद के लिए, हम उनके नाम पर कार्यक्रम शुरू करेंगे।’ डीके शिवकुमार ने मैसूर में चामुंडेश्वरी मंदिर में दर्शन के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘मैसूरु और बेंगलुरु के बीच 25 मंदिर हैं। क्या भाजपा नेताओं ने कभी उनकी परवाह की?’

‘मुद्दे को भावनात्मक बना रही बीजेपी’

इधर बीजेपी ने कांग्रेस पर लगातार निशाना साध रखा है। चुनाव प्रबंधन समिति की अध्यक्ष शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरु में ‘हनुमान चालीसा’ पाठ के साथ हमले का नेतृत्व किया। शिवकुमार के अनुसार, कांग्रेस हमेशा से भगवान हनुमान की भक्त रही है। लेकिन हम संगठन बनाकर किसी को भी भगवान के नाम पर कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं देंगे और हम ऐसी ताकतों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे। हमने केवल अपने घोषणापत्र में यह कहा था, लेकिन बीजेपी इसे भावनात्मक मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है।

‘बनाएंगे अंजनाद्री विकास बोर्ड’

शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस कोप्पल में अंजनाद्री पहाड़ियों के ऊपर स्थित भगवान हनुमान के जन्मस्थान को विकसित करने के लिए एक अंजनाद्री विकास बोर्ड बनाएगी। इससे पहले, पूर्व सीएम वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस ने यह नहीं कहा था कि वह बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएगी, लेकिन केवल पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और बजरंग दल जैसे संगठन समाज में शांति को बाधित करते हैं।

मोइली ने कहा, ‘मैं कर्नाटक में कानून मंत्री था। राज्य सरकार ऐसा नहीं कर सकती (एक संगठन पर प्रतिबंध लगा सकती है)। यहां तक कि बजरंग दल को भी राज्य सरकार प्रतिबंधित नहीं कर सकती। हमारे सामने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं था।’

मनीष तिवारी बोले- रोज दो बार करता हूं हनुमान चालीका का जाप

कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी मनीष तिवारी ने गुरुवार को कहा कि वह दिन में दो बार ‘हनुमान चालीसा’ का जाप करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए चालीसा का पाठ कर रही है, जबकि लोग दिल खोलकर रोज भजन करते हैं। बजरंग दल के मंडल संयोजक राजेश गौड़ा ने कहा कि शिवकुमार का साम्राज्य रावण की लंका की तरह नष्ट हो जाएगा। उन्होंने लोगों से कांग्रेस को वोट देने से पहले दो बार सोचने को कहा।

हुबली-धारवाड़ में, विभिन्न संगठनों की ओर से ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ किया गया। कोप्पल में विद्यानगर, लाइन बाजार और भाग्यनगर में भी हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। बेलगावी के संयुक्त महाराष्ट्र चौक स्थित हनुमान मंदिर में गुरुवार की शाम आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं समेत बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।

कर्नाटक दक्षिण प्रांत के संयुक्त सचिव शरण पंपवेल के अनुसार, दक्षिण कन्नड़ में 100 से अधिक स्थानों पर ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ हुआ। उन्होंने कहा, कर्नाटक के लोगों ने कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर नाराजगी व्यक्त की है। आइए हम सभी मतभेदों को छोड़कर धर्म की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम करें।