Ujjain News: इसरो अंतरिक्ष में भगवान महाकाल के नाम पर सैटेलाइट स्थापित करेगा। बुधवार को इसरो के चेयरमैन डॉ श्रीधर सोमनाथ ने यह जानकारी दी। सोमनाथ एक दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए उज्जैन आए थे। इस दौरान उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन भी किए।
इसरो के चेयरमैन महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए उज्जैन आए थे। वे इस समारोह में सारस्वत अतिथि थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संस्कृत के प्राचीन ग्रंथ अंतरिक्ष अनुसंधान के मूल स्त्रोत हैं। शून्य से अनंत (इनफिनिटी) तक का ज्ञान हमें संस्कृत से प्राप्त हुआ है। गूगल भी विज्ञान के क्षेत्र में संस्कृत के महत्व को मानता है। भारतीय ज्योतिष के मूल ग्रंथों में अंतरिक्ष अनुसंधान का मूल रहस्य छिपा है। छात्रों से संवाद के दौरान उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा से लेकर इसरो चेयरमैन बनने तक का सफर भी साझा किया।
दीक्षांत समारोह के बाद सोमनाथ भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह में पूजा-अर्चना की और अभिषेक किया। उन्होंने 29 मई को होने वाले नेविगेशन सैटेलाइट लॉन्चिंग के लिए नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल से प्रार्थना की। इसके बाद श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर पर पहुंचकर उन्होंने रक्षा सूत्र भी बंधवाया। इस दौरान श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने डॉ सोमनाथ का सम्मान भी किया।