यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 76 विमानों से 16,000 नागरिकों को भारत लाया जा चुका है. हालांकि, अभी भी सूमी में 700 छात्र फंसे हैं. अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू ने इस ख़बर को प्रमुखता से छापा है. आज के प्रेस रिव्यू में सबसे पहले यही ख़बर पढ़िए.
सरकार ने रविवार को अभियान के आख़िरी चरण का एलान कर दिया है. लेकिन सूमी में फंसे छात्रों का भविष्य अभी भी अनिश्चित है. राजधानी कीएव से 300 किलोमीटर दूर यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में स्थित सूमी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
बर्फ़ पिघलाकर प्यास बुझाने को मजबूर और भोजन की कमी झेल रहे सैकड़ों भारतीय छात्र हर सुबह सड़क पर इस आस में खड़े होते हैं कि शायद आज वो दिन हो, जब उन्हें इस युद्धग्रस्त देश से निकाल लिया जाए. हालांकि, ये इंतज़ार लंबा होता जा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र में अभी भी ऐसा कोई सुरक्षित रास्ता नहीं जहां से भारतीयों को रूसी सीमा तक ले जाया जा सके.