अमेरिका (US) ने रूस यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) में यूक्रेनी सेना को अपना सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम HIMARS दिया है। अब उसने चीन-ताइवान तनाव (China-Taiwan Tension) में इस सिस्टम को तैनात करने का मन बना लिया है। ये वही सिस्टम है जिसकी मदद से यूक्रेन की सेना ने रूस की मिलिट्री को धूल चटा दी है।
वॉशिंगटन: यूक्रेन के बाद अब ताइवान के लिए अमेरिका का हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम यानी HIMARS वरदान साबित हो सकता है। पिछले दिनों जापान की ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स और अमेरिकी की मैरीन कोर ने सोमवार को होकाइदो में ट्रेनिंग एरिया में स्थित ट्रेनिंग एरिया ज्वॉइन्ट ड्रिल को अंजाम दिया है। इस ड्रिल में HIMARS का प्रयोग किया गया है। होकाईदो, ताइवान के करीब है और माना जा रहा है कि यह ड्रिल चीन को जवाब देने और ताइवान को उसकी सुरक्षा का भरोसा दिलाने के मकसद से की जा रही है।
अमेरिकी सेना ने दागे 24 रॉकेट्स
यासुबेत्सु ट्रेनिंग जो जापान के उत्तर में है, वहां पर 14 अक्टूबर तक इस ड्रिल को आयोजित किया जा रहा है। इस ड्रिल में 150 जवान होकाइदो से और 40 मरीन कमांडो ओकिनावा से पहुंचे हैं। जापान और अमेरिका के बीच इस ड्रिल को ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है जब ताइवान के आसपास तनाव काफी बढ़ गया है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता है। इस ड्रिल के दौरान अमेरिकी सैनिकों ने HIMARS से 24 रॉकेट्स को एक साथ दागा।
रूस हुआ परेशान
रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जापान के दूतावास के सामने बुधवार को एक विरोध भी दर्ज कराया गया है। जापान-अमेरिका की ज्वॉइन्ट मिलिट्री ड्रिल में HIMARS का प्रयोग रूस को परेशान कर रहा है। रूस का कहना है कि HIMARS सिस्टम ने रूस के बॉर्डर के करीब फायरिंग की है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि जापान को इस ड्रिल की प्रतिक्रिया स्वरूप परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी गई है।
बन गया है रूस का काल
HIMARS इस समय यूक्रेन में रूस पर काल बनकर बरस रहा है। इस साल जब जंग शुरू हुई थी तो कई लोगों को लगा था कि यूक्रेन, रूस का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। लेकिन आठ महीने बाद अब स्थिति ही बदल गई है। इसका पूरा श्रेय अमेरिका के HIMARS को ही जाता है। रूस के कई हथियार जहां फिसड्डी साबित हुए तो यूक्रेनी मिलिट्री के कई वेपन सिस्टम दुश्मन पर भारी पड़े। कई हथियारों के बीच ही अमेरिका HIMARS सिस्टम, वह खिलाड़ी साबित हुआ जिसने जंग की पूरी तस्वीर ही बदलकर रख दी।
क्या है इसके खतरनाक हथियार
अमेरिका की तरफ से मिले एम14 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम HIMARS को यूक्रेन के सैनिक जून से ही ऑपरेट कर रहे हैं। यह काफी खतरनाक हथियार साबित हो रहा है और रूस पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। HIMARS वह सिस्टम है जो काफी हल्का है और जिसमें ऐसे हथियार हैं जो पूरी सटीकता के साथ दुश्मन को तबाह कर सकते हैं। इस सिस्टम में ड्रोन के साथ जैवलिन एंटी टैंक रॉकेट्स, स्टिंगर एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल जो जीपीएस से लैस हैं और कई एडवांस्ड माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स लगे हुए हैं।
300 किलोमीटर की फायर
HIMARS को लंबी दूरी वाले रॉकेट्स से लैस किया गया है। यह सिस्टम इन रॉकेट्स को करीब 300 किलोमीटर तक फायर कर सकता है। यूक्रेन के पास सोवियत संघ के जमाने के हथियारों का भंडार है। पहले यूक्रेन को इन हथियारों की जगह 155 एमएम की हॉवित्जर गन देने के बारे में सोचा गया था। लेकिन बाद में HIMARS देने का फैसला किया गया। इसी सिस्टम से यूक्रेन की मिलिट्री ने रूस की कमांड पोस्ट्स को उड़ाया था।