अल्ट्रासाउंड मशीन खराब, रोगी निजी क्लिनिकों में लुटने को मजबूर

चार जिला के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा देने वाला महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी रामपुर कथित रूप से दोनों राजनीतिक दलों, स्थानीय नेताओं और कुछ प्राइवेट टेस्ट क्लिनिकों के मालिकों की मिलीभगत से गरीब मरीजों के लिए परेशानियों का अड्डा बनकर रह गया है। यदि कोई इनके खिलाफ आवाज़ उठाता है, तो उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो जाती हैं। अकसर ऐसे तत्वों का मुख्य निशाना हॉस्पिटल का अल्ट्रासाउंड और एक्सरे विभाग बनता है। इन विभागों के बंद होने से प्राइवेट क्लिनिक वालों की चांदी हो जाती है। इस संबंध में खनेरी के महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर चर्चा मेें रहता है। बताते चलें कि लगभग दो साल से बंद अल्ट्रासाउंड सुविधा कुछ दिन पूर्व शुरू की गई थी तथा गरीब मरीजों को इस सुविधा का भरपूर लाभ भी मिल रहा था।

पर उनकी खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक सकी और कुछ समय पूर्व आए रेडियोलॉजिस्ट डाक्टर का तबादला कर दिया गया। इसके चलते मरीजों को भारी पैसे देकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। बता दें कि अस्पताल में कुछ मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा निशुल्क मिलती थी, लेकिन अब लोगों को निजी क्लीनिक में लूटने को मजबूर होना पड़ रहा है। निजी क्लीनिक मालिक मनमर्जी से भारी भरकम रकम मरीजों से लूटते हैं। इससे पूर्व भी कई सालों तक यहां पर रेडियोलोजिस्ट न होने से अल्ट्रासाउंड मशीन धूल फांकती रही है। अल्ट्रासाउंड न होने से लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष है। लोगों ने मांग की है कि यदि जल्द यहां पर रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं की गई, तो उग्र आंदोलन के लिए लोग सड़कों पर उतरेंगे।