जिला के एक होटल में युवती द्वारा दूसरी युवती को थप्पड़ जड़ने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। यह मामला आखिरकार पुलिस के पास पहुंच गया है। वीडियो ऊना के ही एक कस्बे का बताया जा रहा है। पुलिस के पास पहुंची लिखित शिकायत में घटना 24 फरवरी को ही बताई गई है। इस वीडियो में दिखने वाली युवतियां जिला के ही कॉलेज की छात्राएं है।
बताया जा रहा है कि दोनों में पहले व्हाट्सअप पर ही बोलचाल हुई थी। इसके बाद एक लड़की ने अपनी अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे को एक निजी होटल में बुलाया और छात्रा को थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। थप्पड़ मारने वाली लड़की की ही एक सहेली ने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
मामला तब ज्यादा भड़क गया जब वीडियो को थप्पड़ मारने वाली लड़की ने रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाला दिया। वीडियो रातों-रात वायरल हो गया। हालांकि फरवरी के अंत तक दोनों पक्षों में समझौता होने की बात सामने आई थी। लेकिन अब जिला बार एसोसिएशन ऊना के सदस्य अधिवक्ता रमेश सारथी ने वीडियो को लेकर अदालत के माध्यम से पुलिस के पास मामला दर्ज करवा दिया है।
अधिवक्ता ने शिकायत में बताया कि लड़कियों द्वारा बुरी तरह पीटी गई लड़की नाबालिग और अनुसूचित जाति वर्ग से संबंध रखती है। उनका आरोप है कि घटना के बाद इस मामले को दबाने का पुरजोर प्रयास किया गया जिसमें न केवल आरोपी छात्राएं अपितु कॉलेज के प्रिंसिपल व तहसीलदार घनारी भी शामिल रहे। अधिवक्ता का आरोप है कि युवती के साथ मारपीट करने वाली अन्य युवतियों में दो अभयपुर से एक कुनेरन से और एक गगरेट की निवासी है।
उन्होंने कहा कि इस मामले को जबरन दबाया गया और जब उन्होंने पीड़ित छात्रा व उसके परिजनों से जाकर मुलाकात की तो मामले का खुलासा हुआ है। पीड़ित छात्रा व उसके परिजन इस घटना के संबंध में पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने को राजी हुए हैं। वहीं एएसपी ऊना परवीन धीमान ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस मामले को एससी एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज किया गया है।