राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता के अनुसार उन्हें कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि गगरेट स्थित वन चेक पोस्ट पर परमिट के साथ पंजाब के लिए बालन लेकर जाने वाले वाहनों से जबरन वसूली की जाती है। इस सूचना के आधार पर विजिलेंस ने वन विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई की।
हिमाचल-पंजाब की सीमा पर गगरेट स्थित वन चेक पोस्ट पर तैनात एक वन रक्षक को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया है। मंगलवार को गिरफ्तार वनरक्षक पर बालन लेकर पंजाब जा रहे वाहनों से उगाही के आरोप लगे हैं। टीम ने मौके पर आरोपी वन रक्षक के बैग व पेंट की जेब से साढ़े चौदह हजार रुपये भी बरामद किए हैं। राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता के अनुसार उन्हें कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि गगरेट स्थित वन चेक पोस्ट पर परमिट के साथ पंजाब के लिए बालन लेकर जाने वाले वाहनों से जबरन वसूली की जाती है। इस सूचना के आधार पर विजिलेंस ने वन विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई की।
चेक पोस्ट में तलाशी लेने पर वहां से वन रक्षक के पर्स की धनराशि के अलावा साढ़े चौदह हजार रुपये बरामद हुए। यह धनराशि कहां से लाई गई थी, इस बारे में वन रक्षक कुछ ठोस नहीं बता पाया। नियमानुसार इस चेक पोस्ट पर न तो किसी प्रकार की पर्ची काटी जा सकती है और न ही कोई वसूली की जा सकती है। इस चेक पोस्ट पर इससे पहले भी विजिलेंस की टीम कार्रवाई कर चुकी है। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता ने बताया कि वनरक्षक के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई जा रही है। आरोपी से पूछताछ की जाएगी।