सरकारी व निजी जंगलों में आग लगाने वाले ड्रोनों पर नजर रखी जा रही है। अब अगर जंगलों में आग लगाने की कोशिश की तो वन विभागीय अधिकारी की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा । खुरवाई फोरेस्ट सर्किल में जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने संबोधन में जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्णपाल कहीं। जंगलों में आग लगाने से रोकने के लिए लोगों को जागरुक करेंगे। इस मौके पर रेंज अधिकारी अश्वनी कुमार एवं स्टाफ भी मौजूद था। लोग अपने खेतों व घासनियों को साफ करने के लिए आग लगाते हैं, जो भयंकर रुप धारण कर लेते हैं और जंगलों को तबाह कर देते हैं। वन विभाग अधिकारी ने कहा कि अगर जंगलों में कोई आग लगाते हुए पकड़ा जाता है तो उस व्यक्ति को पांच हज़ार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा और छ महीने की सजा सुनाई जाएगी। कृष्णपाल शर्मा ने कहा कि इस बार गर्मी अधिक पड़ रही है। किसान अपने खेतों में आग लगाने का प्रयास न करें।
जानकारी के अनुसार उपाध्यक्ष ने कहा कि किसान मलकीयत भूमि में झाडिय़ों को आग लगाते है और वहीं आग सरकारी जंगल तक पहुंच जाती है। वही कुछ शरारती तत्त्व सरकारी जंगलों के मध्य आग लगा देते है। जहां पर न तो कोई पहुंच सकता है। न ही आग पर काबू पाया जा सकता है। मलकीयत भूमि और सरकारी जंगल जब आग की भेंट चढ़ जाते है। पशुओं के लिए हरा चारा ओर घास खत्म हो जाता है। इसलिए इस बार हमने खुरवाई फोरेस्ट सर्कल के सभी छोटे बड़े सरकारी जंगलों को आग से बचाना है, क्योंकि यह संपत्ति सरकार की नहीं बल्कि हमारी है।
हम सरकारी जंगल से अपने पशुओं के लिए हरा चारा एवं घास लाते है और हर जरूरत को हम सरकारी जंगल से पूरा करते है। लेकिन अपने चंद फायदे के लिए सरकारी जंगल को आग की भेंट चढ़ा देते है। जिसमे जंगलों में जानवर, पशु, पक्षी आग में जिंदा जल जाते है। कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन इस बार सरकारी जंगलों को आग से बचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति अपनी निजी भूमि या फिर सरकारी जंगल में आग लगता पकड़ा जाता है। तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई का होना निष्चित है। शर्मा ने कहा कि हर बर्ष सरकार पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए बरसात के दिनों में करोड़ों रुपए खर्च करके सरकारी भूमि पर विभिन्न प्रकार के फलदार घासदार ओर दवाई दार के पौधा रोपण करवाती है। लेकिन कुछ लोग चंद फायदे के लिए सरकारी एबम निजी भूमि पर आग लगाकर सब कुछ खत्म कर देते है। इस मौके पर वन परिक्षेत्र अधिकारी अश्विनी कुमार, डिप्टी रेंजर रामपाल, वन रक्षक गोपाल सिंह, संजीव कुमार, सुशील कुमार आदि उपस्थित रहे।