‘कश्मीर से कन्याकुमारी तक वर्दी में एकरूपता जरूरी’, मोदी के एक राष्ट्र एक वर्दी वाले बयान पर तेज हुई बहस

One Nation One Uniform: पीएम नरेंद्र मोदी ने चिंतन शिविर में एक राष्ट्र एक वर्दी का विचार रखा था। अब इस पर चर्चा तेज हो गई। कई तरह की बातें निकलकर सामने आ रही हैं। कोई वर्तमान की पुलिसिंग व्यवस्था में एकरूपता बेहद जरूरी बता रहा है तो कोई पुलिस राज्य का विषय है आदि बता रहा है।

Former-UP-DGP

नोएडा: पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फरीदाबाद में आयोजित गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में सुझाव रखते हुए एक राष्ट्र एक वर्दी का विचार पेश किया। उन्होंने कहा कि यह विचार मात्र है, मैं इसे राज्यों पर थोपने का प्रयास नहीं कर रहा हूं। यह 50 या 100 वर्षों में हो सकता है, लेकिन हमें इस बारे में विचार करना चाहिए। पीएम ने यह बात गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर के दूसरे दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में कही।

प्रधानमंत्री के एक राष्ट्र एक वर्दी विचार के बाद बुद्धिजीवियों और रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों में इस पर काफी उत्साह दिखा है। कुछ सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी प्रधानमंत्री की इस पहल की सराहना कर रहे हैं। कुछ अफसर इस पहल के साथ ही एक देश एक पुलिसिंग व्यवस्था लागू करने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है, अगर पूरे देश में एक पुलिस व्यवस्था हो जाएगी। तब इससे अपराध पर नियंत्रण के साथ ही लंबित मामलों की जांच और अपराधियों की धरपकड़ में पुलिस को बहुत मदद मिलेगी।

पुलिस राज्य का विषय है। प्रधानमंत्री का पुलिस के लिए एक राष्ट्र एक पोशाक का विचार बहुत अच्छा है। देश की पुलिस में एकरूपता होना बेहद जरूरी है। हमने भी अपने समय में उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही की कैप में परिवर्तन किया था। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जब पुलिस एक ही रंग में होगी तो इससे लोगों को भी पुलिस में कोई भिन्नता नहीं दिखेगी।
ओपी सिंह, रिटायर्ड डीजीपी, यूपी

यूपी के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह ने कहा कि वर्तमान की पुलिसिंग व्यवस्था में एकरूपता बेहद जरूरी है। साथ ही एक देश एक पुलिस व्यवस्था की जरूरत है। ब्रिटिश काल में पूरे देश में एक ही पुलिस व्यवस्था लागू थी। आजादी के बाद पुलिस राज्य का विषय हो गई। इसके बाद सभी राज्य की पुलिस के लिए अलग-अलग नियम बन गए। इस वजह से अनेक बार आपसी सहयोग में समस्याएं दिखती रहती हैं। इस समय जरूरत पूरे देश के लिए एक पुलिसिंग व्यवस्था की भी है।