अनोखा निकाह: गोद में उठाकर स्टेज तक लाए गए दूल्हा-दुल्हन, कभी मुसीबत बन रहे कद ने अजीम और बुशरा को दिलाया फेम

अजीम मंसूरी व दुल्हन बुशरा

उत्तर प्रदेश के कैराना में अजीम मंसूरी की शादी इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रही है। ढाई फीट के अजीम मंसूरी का कद कभी उनके लिए मुश्किल बन रहा था लेकिन अब इसी कद ने उन्हें लोकप्रिय बना दिया। बुधवार को अजीम मंसूरी की शादी हुई तो हर तरफ उनकी ही चर्चा रही। अजीम मंसूरी को बिल्कुल उनकी ही कद-काठी की पढ़ी-लिखी दुल्हन मिल गई, हालांकि इसके लिए अजीम को काफी मेहनत करनी पड़ी।

दरअसल, अजीम के परिवार ने शादी की तारीख सात नवंबर बताई थी, लेकिन परिवार का कहना हैं कि शादी में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसलिए पांच दिन पहले ही बरात ले जानी पड़ी। कैराना से अजीम के साथ 20 लोग बराती बनकर रवाना हुए। जाने से पहले उसने पड़ोसियों से आशीर्वाद लिया।

बुधवार को सुबह ही परिवार व अन्य रिश्तेदार अजीम के घर पर पहुंच गए। अजीम ने कहा कि वह अपनी शादी सादगी के साथ कर रहा है। अधिक भीड़ इकट्ठा न हो इसलिए कम बराती ही ले जाए जा रहे हैं। जिस जगह अजीम मंसूरी का आवास है। उसी गली में कुछ हिंदू, मुस्लिम परिवार रहते हैं। बरात की गाड़ी में बैठने से पहले अजीम ने अपने पड़ोसियों के घरों पर पहुंचकर उनसे आशीर्वाद लिया। लोगों ने उसे शादी की मुबारकबाद दी।

अजीम मंसूरी
कैराना नगर के मोहल्ला जोड़वा कुआं निवासी अजीम मंसूरी की शादी में उनका ढाई फुट का कद बाधा बना हुआ था। पिछले छह वर्षों में कई बार अजीम ने शामली स्थित महिला थाने तक के भी चक्कर लगाए।

करीब दो साल पहले उसका महिला थाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद अजीम का रिश्ता हापुड़ के मोहल्ला मजीदपुरा निवासी तीन फुट दो इंच कद की बुशरा के साथ तय हुआ था।

अजीम मंसूरी व दुल्हन बुशरा
बुशरा के पिता मोहल्ला मजीदपुरा के रहने वाले जलालुद्दीन पेशे से कबाड़ी हैं। मां मोमिना मजदूरी करती हैं। बुशरा की एक छोटी बहन सोफिया और भाई सोहेल है। बुशरा बीकॉम की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं।

बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे हापुड़ के लिए बरात रवाना हुई। शेरवानी पहनकर दूल्हा बने अजीम को लेकर फूलों से सजी कार में हापुड़ के लिए रवाना हुए। गाड़ी में बैठने के बाद अजीम ने कार की खुली छत से बाहर आकर अपना हाथ हिलाकर सबका अभिवादन दिया।

बुुशरा के साथ अजीम।
मोदी, योगी और अखिलेश को न्योता न दे पाने का मलाल
अजीम मंसूरी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत अन्य हस्तियों को न्योता नहीं दे सका।

अजीम ने कहा कि अपनी दुल्हन को गिफ्ट में देने के लिए सोने की अंगूठी खरीदी है। निकाह कराने के लिए वह दो मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव से गुहार लगा चुका था। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की थी।

अजीम का निकाह
गोद में उठाकर ले जाया गया अजीम को निकाह स्थल तक
हापुड़ में दोपहर 1:35 बजे बरात आई तो गाड़ी रुकते ही गोदी में बैठाकर अजीम को निकाह स्थल पर ले जाया गया। उधर, घरातियों ने भी बुशरा को गोद में उठाकर निकाहस्थल तक पहुंचाया। निकाह की रस्म दोपहर में 2:40 बजे संपन्न हुई।

निकाहनामा पर अजीम और बुशरा ने अपने हस्ताक्षर किए। शाम को करीब 4:45 बजे अजीम दुल्हन बुशरा संग शामली के लिए रवाना हो गए।

दूल्हा अजीम।

भीड़ को संभालने के लिए पुलिस रही मौजूद
अजीम और बुशरा का निकाह देखने के लिए हापुड़ के क्षेत्र लोगों में भारी उत्साह देखा गया। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन को पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी।

भीड़ को देख लोगों का अभिवादन करने के लिए अजीम गाड़ी की खुली छत से निकला और अपना हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। निकाह के वक्त भी उत्सुकता में लोग खिड़कियों से झांकते रहे।

अजीम की बरात।

सेल्फी लेने के लिए उत्सुक नजर आए लोग
जैसे ही लोगों ने ढाई फुट के अजीम मंसूरी को दूल्हा बने देखा तो लोग जमा हो गए। लोग अपने अपने मोबाइल फोन से अजीम मंसूरी के साथ सेल्फी लेते नजर आए।