कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में सभी प्रत्याशी इलेक्शन जीतने के लिए अपना दमखम लगा रहे. उनमें कई ऐसे हैं, जो पानी की तरह पैसे बहा रहे हैं. लेकिन एक ऐसा भी उम्मीदवार शामिल है, जो चंदे जमा करके चुनाव लड़ रहा है. जिसने अपनी नामांकन फीस भी 1-1 रुपए के सिक्कों में जमा कराई है. जिसे गिनने में अधिकारियों के पसीने छूट गए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
1-1 के 10,000 सिक्कों को गिनने में लगे 2 घंटे
दरअसल, कर्नाटक की यादगिरी विधानसभा सीट से यंकप्पा नाम के प्रत्याशी निर्दलीय चुनावी रणभूमि में अपनी किस्मत आजमा रहा है. बुधवार को उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उस दौरान वह 1-1 रुपए के सिक्को से भरी पोटली लेकर तहसील ऑफिस पहुंचे. जिसे वह नामांकन फीस के तौर पर अधिकारियों को जमा कराया. 1-1 रुपए के 10,000 सिक्कों को देखकर अधिकारी हक्का बक्का रह गए. जिसकी गिनती में उनके पसीने छूट गए. उन्हें इन सिक्कों को गिनने में पूरे दो घंटे लगे.
चंदा लेकर जमा कराई नामांकन फीस
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यंकप्पा ने चुनाव लड़ने के लिए अपने पूरे विधानसभा का दौरा किया और मतदाताओं से चंदा इकट्ठा किए. मीडिया से बातचीत के दौरान यंकप्पा ने बताया कि पूरे विधानसभा में पैदल यात्रा करके मैंने हर जगह लोगों से 1-1 रुपए के सिक्के जमा किए. मतदाताओं ने चंदा दिया और मैंने अपनी डिपॉजिट मनी सिक्कों के रूप में जमा कराई है.
अनोखे अंदाज में किया नामांकन
यंकप्पा ने सिर्फ 1-1 रुपए के सिक्कों के रूप में ही नामांकन फीस जमा नहीं कराई, बल्कि अनोखे अंदाज में वो नामांकन दाखिल करने भी आए थे. उन्होंने अपने गले में एक पोस्टर लटका रखा था, जिस पर 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर, संत कवि कनकदास, स्वामी विवेकानंद, डॉ. भीमराव अम्बेडकर और संविधान की प्रस्तावना की तस्वीरें लगी हुई थीं. इसके अलावा उसी पोस्टर पर कन्नड़ भाषा में यह भी लिखवाया था कि ‘सिर्फ एक रुपया नहीं, अपना वोट भी मुझे दो, एक दिन तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें गरीबी से मुक्ति दिलाऊंगा.’
यंकप्पा का कहना है कि “मैं अपना जीवन अपने समुदाय के लोगों और ग्रामीणों के लिए समर्पित करना चाहता हूं” मैं स्वामी विवेकानंद की विचारधाराओं के पोस्टर के साथ रिटर्निंग ऑफिसर के पास आया था.”
बता दें कि यंकप्पा ने अपने नामांकन फॉर्म में अपने पास महज 60 हजार रुपए की संपत्ति होने की जानकारी दी है. उन्होंने कलबुर्गी जिले की गुलबर्ग विश्विद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है. गौरतलब है कि 10 मई को कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. 13 मई को रिजल्ट आना है. अब देखना दिलचस्प होगा कि यंकप्पा जैसे उम्मीदवार को उनकी विधानसभा में मतदाताओं ने जैसे 1-1 रुपए दिए थे क्या अपना बहुमूल्य वोट भी देंगे या नहीं. खैर, यह तो वक़्त बताएगा.