एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह के नाम से हिमाचल में यूनिवर्सिटी बनाने को लेकर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है। शांडिल्य ने कहा 6 बार मुख्यमंत्री के रूप में हिमाचल के हर वर्ग की सेवा करने वाले और बिना भेदभाव के हिमाचल को विकासशील व आधुनिक बनाने वाले राजा वीरभद्र सिंह के निधन ने हिमाचल को हिलाकर रख दिया। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वीरभद्र रियासत के राजा नहीं बल्कि दिल और आत्मा के भी राजा थे। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह ने देवभूमि की श्रद्धा से सेवा की और सभी पार्टियों को बतौर मुख्यमंत्री, बतौर राजा सम्मान दिया। यही कारण है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ना केवल उन्हें विशेष तौर पर उन्हें शिमला में श्रद्धांजलि देने पहुंचे बल्कि अपनी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से उनके पार्थिव शरीर को पुष्प चक्र अर्पित कर यह संदेश दिया कि वीरभद्र सिंह हिमाचल के एक सच्चे सेवक थे और विश्व के पटल पर उन्होेंने हिमाचल का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा।
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि सीएम ने लगातार पहले हस्पताल में जाकर वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी, फिर रिज पर जाकर और फिर रामपुर बुशहर में उनकी अंत्येष्टि में शामिल होकर पूरे हिमाचल को यह संदेश दिया कि वीरभद्र सिंह का हिमाचल प्रदेश में ही नहीं देश में भी बहुत बड़ा कद था। शांडिल्य ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र भेजकर कहा कि वीरभद्र सिंह के नाम की यूनिवर्सिटी बनाने पूरे भाजपा सरकार की राजा वीरभद्र सिंह को सामूहिक श्रद्धांजलि होगी और वीरभद्र सिंह के नाम का डाक टिकट भी केंद्र सरकार जारी करे यह केंद्र सरकार की तरफ से श्रद्धांजलि होगी। वीरेश शांडिल्य ने लिखे पत्र में कहा कि पत्र प्राप्ति के तुरंत बाद जयराम ठाकुर विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाकर विधायकों की सर्वदलीय बैठक बुलाएं और वीरभद्र सिंह के नाम की यूनिवर्सिटी बनाने का सर्वसम्मति से फैसला ले जो वीरभद्र सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।