ऊना. उत्तर प्रदेश के हाथरस और एटा से दंडवत यात्रा पर निकले श्रद्धालु सत्येंद्र यादव और विपिन उपाध्याय के साथ एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश के ऊना में कुछ शरारती तत्वों मारपीट की थी. इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिमाचल पुलिस हरकत में आई है. पुलिस ने घटना का स्वतः संज्ञान लेकर पीड़ित तीर्थयात्रियों को खोज कर उनसे संपर्क किया. उन्हें सुरक्षा और सुविधा का पूरा भरोसा दिया साथ ही पुलिस लाइन स्थित दुर्गा मंदिर में उनके रहने और खाने की व्यवस्था की.
गौरतलब है कि श्रद्धालुओं ने इस घटना के संबंध में कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं करवाई थी. सोशल मीडिया पर इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने संज्ञान लेते हुए दंडवत यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों से संपर्क किया. इन श्रद्धालुओं को पुलिस लाइन झलेड़ा स्थित दुर्गा माता मंदिर में रहने और खाने की व्यवस्था भी की. पुलिस की मदद के बाद दहशत में रहे इन श्रद्धालुओं ने राहत महसूस की है.
श्रद्धालुओं ने कहा- ऐसा कभी नहीं हुआ था
बताया गया है कि जैसे ही श्रद्धालुओं से मारपीट की घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक अर्जित सिंह ठाकुर को हुई उन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस की टीम गठित कर फौरन श्रद्धालुओं से संपर्क करने के निर्देश जारी किए थे. इनमें एक विकलांग तीर्थयात्री भी था. इसी बीच पुलिस लाइन के पास दंडवत यात्रा कर पहुंचे श्रद्धालुओं को पुलिस ने खोज निकाला और उन्हें पूरी सुरक्षा देने की बात कही. इस दौरान दोनों श्रद्धालु रो पड़े और उन्होंने कहा कि वह सालों से इस यात्रा पर आ रहे हैं, लेकिन कभी भी ऐसा व्यवहार उनके साथ नहीं हुआ.
15 बार पैदल दंडवत यात्रा कर चुके हैं हाथरस और एटा के श्रद्धालु
श्रद्धालु सत्येंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2004 से पैदल यात्रा कर रहे हैं. 15 बार पैदल और एक बार दंडवत यात्रा पहले भी कर चुके हैं, लेकिन ऊना में उस रात जिस तरह से उनके साथ मारपीट की घटना हुई वैसा पहले कभी नहीं हुआ था. इतना ही नहीं सत्येंद्र यादव के सार्थक ट्राई साइकिल पर चल रहे दिव्यांग श्रद्धालु विपिन उपाध्याय को भी नशे में धुत युवकों ने पीट दिया था. इतना कहते हुए दोनों श्रद्धालु फूट-फूटकर रो पड़े और पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों ने उन्हें ढांढस बंधाया.
एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने घटना पर लिया संज्ञान, तीर्थयात्रियों को दिया आश्रय
वहीं एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि पुलिस को मीडिया के माध्यम से दंडवत यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की घटना का पता चला था, जिसके बाद पुलिस ने इन श्रद्धालुओं को खोज कर उनके साथ संपर्क किया था. हालांकि श्रद्धालुओं ने इस घटना के संबंध में कोई भी कार्रवाई करवाने से इनकार कर दिया है. इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें रात्रि ठहराव के लिए आश्रय दिया और वहीं साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया है कि उनके साथ भविष्य में ऐसी कोई भी घटना यहां पर नहीं होगी. हालांकि पुलिस अपने स्तर पर श्रद्धालुओं से मारपीट करने वाले आरोपियों को खोज कर चेतावनी भी जारी करेगी.