Yogi Government UP Police News: दुष्कर्म और भ्रष्टचार से जुड़े मामले में योगी सरकार ने रामपुर के तत्कालीन सीओ विद्या किशोर शर्मा पर बड़ी कार्रवाई की है। गृह विभाग के ट्वीट के मुताबिक तत्कालीन सीओ को मूलपद पर भेज दिया है। साथ ही यूपी डीजीपी ऑफिस से संबद्ध कर दिया गया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए यूपी पुलिस (UP Police) में सीओ (डेप्यूटी एसपी) पद पर तैनात रहे विद्या किशोर शर्मा को डिमोट कर इंस्पेक्टर बना दिया है। साथ ही उन्हें डीजीपी कार्यालय (DGP Office) संबद्ध कर दिया है। गृह विभाग ने सीएम योगी ने इस एक्शन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी है। तत्कालीन सीओ रामपुर विद्या किशोर शर्मा पर रिश्वत लेने का आरोप लगा था। उन्होंने दुष्कर्म (Rape) के एक मामले में उचित कार्रवाई नहीं की थी। इसी मामले में उन्हें दिसंबर 2021 में सस्पेंड भी किया गया था। अब मामले की रिपोर्ट आने के बाद योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तत्कालीन सीओ विद्या किशोर शर्मा को उनके मूल पद इंस्पेक्टर पर डिमोट किया है।
जानकारी के मुताबिक एक महिला ने पूर्व गंज कोतवाल रामवीर सिंह और एक अस्पताल के संचालक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके बाद महिला की रिपोर्ट न लिखने और मामले को दबाने के लिए पांच लाख रुपये की घूस आरोपियों की तरफ से दी गई। घूस की रकम लेते हुए तत्कालीन सीओ विद्या किशोर शर्मा का वीडियो भी वायरल हो गया था। इसके बाद महिला ने मुख्यामंत्री से गुहार लगाते हुए आत्महत्या की धमकी दी। तब तत्कालीन सीओ को निलंबित किया गया। साथ ही गोपनीय जांच शुरू की गई।
पीएसी में थे पहले प्लाटून कमांडर
एसपी अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि तत्कालीन सीओ विद्या किशोर शर्मा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है। साथ शासन स्तर पर भी उनके खिलाफ जांच चल रही है। वह 10 महीने से डीजीपी कार्यालय से संबद्ध हैं। दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि विद्या किशोर पहले पीएसी में प्लाटून कमांडर थे, जो कि इंस्पेक्टर का पद था।