संतकबीरनगर. यूपी के संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल विधानसभा सीट से निषाद पार्टी के विधायक अनिल त्रिपाठी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रोपर्टी डीलर से विधायक तक के सफर में तमाम मुकदमों के शिकार मेंहदावल विधायक की परेशान यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हारे समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट जयराम पांडेय ने बढ़ाई है. सपा कैंडिडेट ने विधायक अनिल त्रिपाठी के चुनाव की वैधता को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी है.
इस बीच सपा नेता की याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वीकार करते हुए विधायक अनिल त्रिपाठी को नोटिस जारी करने के साथ मामले की सुनवाई के लिए 22 जुलाई की तारीख निश्चित की है. दरअसल, संतकबीरनगर जिले की 312 मेंहदावल विधानसभा सीट से भाजपा और निषाद पार्टी के संयुक्त कैंडिडेट रहे अनिल त्रिपाठी ने चुनाव में सपा के जयराम पांडेय को हराकर विधायक बने और जीत का प्रमाण पत्र हासिल किया.
जानें क्या है पूरा मामला
भाजपा और निषाद पार्टी के विधायक अनिल त्रिपाठी की जीत की वैधता पर सवाल खड़ा करते हुए सपा नेता जयराम पांडेय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. सपा नेता की याचिका संख्या 12/2022 में विधायक अनिल त्रिपाठी समेत 11 अन्य के खिलाफ कोर्ट ने नोटिस जारी कर सुनवाई की तिथि 22 जुलाई तय की है. याचिका में विधायक पर तथ्यों को छुपाकर चुनाव जीतने का आरोप लगाया गया है. सपा नेता ने बताया कि विधायक का चुनाव लड़ने के दौरान अनिल त्रिपाठी पर कुल 23 मुकदमे दर्ज थे, लेकिन उन्होंने नौ मुकदमों को नामंकन पत्र में छिपा लिया था. साथ बताया कि इसी आधार पर उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की जो स्वीकार हो गयी है. इस मामले की सुनवाई 22 जुलाई को होगी.