UPSC 2021: ससुराल में घरेलू हिंसा झेली, मायके आकर तैयारी की, UPSC में 177वां रैंक ले आईं शिवांगी गोयल

कुछ दिनों पहले लोक संघ सेवा आयोग (Union Public Service Commission, UPSC 2021) ने रिज़ल्ट्स घोषित किए. रिज़ल्ट आते ही देश के कोने-कोने से हमारे सामने संघर्ष, धैर्य, और निरंतर प्रयास की कहानियां पहुंच रही हैं. देश के सबसे कठिन और सबसे ज़्यादा दिए जाने वाली परिक्षाओं में से एक है सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा. हापुड़, उत्तर प्रदेश (Hapur, Uttar Pradesh) की शिवांगी गोयल ने भी UPSC क्लियर कर लिया. और उनकी कहानी पढ़कर एस्पीरेंट्स ही नहीं नॉन एस्पीरेंट्स भी प्रेरित होंगे.

शादी से पहले भी IAS बनना चाहती थी

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शिवांगी गोयल ने India Today से बात-चीत में बताया कि शादी से पहले भी वे IAS बनना चाहती थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने दो बार यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन सफ़ल नहीं हो पाई. 2014 में वे इंटरव्यू तक पहुंची लेकिन कुछ मार्क्स से चूक गई. उन्हें लगा कि शादी के बाद भी वे परिक्षाएं दें पाएंगी, अपना सपना पूरा कर पाएंगी. ससुराल में शिवांगी के साथ वो हुआ जिसकी उन्होंने कल्पना नहीं की थी.

दहेज प्रताड़न, घरेलू हिंसा का शिकार हुई शिवांगी

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शिवांगी बिज़नेस फ़ैमिली से हैं, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि शादी उनके लिए सदमा बना जाएगी. दहेज की वजह से उनके ससुरालवाले उन्हें प्रताड़ित करते, मारते-पिटते. लगातार प्रताड़ित होती शिवांगी ने एक दिन अपने ससुराल को छोड़कर मायके आने का निर्णय लिया. अपनी बेटी को गोद में उठाया और अपने माता-पिता के पास आ गई.

माता-पिता का पूरा समर्थन मिला

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बहुत से परिवार आज भी अपनी बेटी को यही सीख देते हैं कि उनके पति का घर ही उनका घर है. कई बार तो प्रताड़ित हुई बेटी को वापस पति के घर भी भेज देते हैं लेकिन शिवांगी के माता-पिता ने उन्हें समझा. उनके पिता ने उन्हें जीवन में कुछ करने का प्रोत्साहन दिया. बच्चे को माता-पिता का साथ मिले तो वो क्या नहीं कर सकता! शिवांगी ने भी दोबारा यूपीएससी की तैयारी शुरू की. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई, उनका सपना सच हो गया.

तलाक का केस लड़ते हुए शिवांगी ने यूपीएससी की पढ़ाई की और 177 रैंक ले आईं. अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता और 7 साल की बेटी को देती हैं, शिवांगी. शिवांगी ने विवाहित महिलाओं के लिए संदेश दिया, ‘अगर ससुराल में कुछ गलत होता है तो डरना नहीं. उन्हें दिखाना कि आप भी अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं. महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं. अगर आप पढ़ाई करें, मेहनत करें तो आप IAS भी बन सकती हैं.’

शिवांगी गोयल प्रेरणा हैं!