UPSC Result: उषा यादव ने बताया कि उनके मायके और ससुराल पक्ष दोनों की तरफ से उन्हें पूरा सहयोग मिला. साथ ही उनके गांव के ही रहने वाले अभिषेक यादव जिनका वर्ष 2019 में इस परीक्षा में चयन हुआ था उनके मार्गदर्शन से ही ये सफलता मिल पाई है.
रेवाड़ी. अधिकांश महिलायें सोचती है कि शादी के बाद आगे पढ़ना और खास तौर पर यूपीएससी जैसे परीक्षा की तैयारी कराना नामुकिन है. लेकिन रेवाड़ी की बेटी उषा यादव ने ये साबित कर दिया है कि महिलायें अगर चाहे तो शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई पूरी करके भविष्य में आगे बढ़ सकती है.
यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में 345वीं रैंक हासिल करने वाली उषा यादव इसका बड़ा उदाहरण है. जिसने परिवार संभालने के साथ-साथ जॉब भी की और एक माह के बेटे को कुछ समय के लिए अपने से दूर करके तैयारी की.
परीक्षा में उषा यादव 4 बार असफल रही, पांचवीं बार इंटरव्यू में रहने के बावजूद उसने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास के बाद आखिकार अपने लक्ष्य को हांसिल किया. उषा यादव ने कहा कि उसके मायके और ससुराल पक्ष दोनों की तरफ से पूरा सहयोग मिला. उनके गांव के ही रहने वाले अभिषेक यादव जिनका वर्ष 2019 में इस परीक्षा में चयन हुआ था उनके मार्गदर्शन से ही ये सफलता मिल पाई है.
फिलहाल उषा यादव दिल्ली में बतौर असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर कार्यरत है. उषा ने अपना अनुभव सांझा करते हुए बताया कि जॉब के साथ-साथ उसने तैयारी की. जब परीक्षा पास आई तो कुछ समय के लिए छुट्टी लेकर तैयारी की. सिविल सर्विस की परीक्षा क्वालीफाई करके देश समाज के लिए कुछ करना को उसका सपना था और अब वो सपना पूरा हो पाया है.