अमेरिकी नौसेना के सातवें बेड़े ने दक्षिण चीन सागर के महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग पर यूएसएस रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर की तैनाती की पुष्टि की है। हालांकि, नौसेना ने पेलोसी की ताइवान यात्रा पर चीन के साथ तनाव के बारे में सवालों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। यह कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पिछले कुछ दिनों से सिंगापुर के बंदरगाह पर रुका हुआ था।
अमेरिका ने स्वतंत्र समुद्री परिवहन का दिया हवाला
अमेरिका नौसेना के कमांडर हेले सिम्स ने एक बयान में कहा कि यूएसएस रोनाल्ड रीगन और उसका स्ट्राइक ग्रुप सिंगापुर की एक सफल बंदरगाह यात्रा के बाद दक्षिण चीन सागर में काम कर रहा है। सिम्स ने कहा कि रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के समर्थन में अपने नियमित गश्त के हिस्से के रूप में सामान्य और निर्धारित संचालन जारी रखे हुए है। सिम्स के इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका एक बार फिर दक्षिण चीन सागर में अपनी ताकत की नुमाइश कर तनाव को भड़काने का काम कर रहा है।
चीन बोला- तनाव भड़का रहा है अमेरिका
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने गुरुवार को एक नियमित ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका की इस हरकत से सभी के लिए यह स्पष्ट है कि दक्षिण चीन सागर और एशियाई क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा कौन है। उन्होंने अमेरिका को इलाक में तनाव भड़काने का जिम्मेदार बताते हुए तुरंत विवादित इलाके से पीछे हटने की अपील भी की। पिछले एक महीने में यह तीसरा मौका है, जब अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत, एयरक्राफ्ट कैरियर और पनडुब्बियां चीन के नजदीक विवादित इलाके में गश्त लगाने पहुंची हैं।
नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से पहले बढ़ा तनाव
यूएसएस रोनाल्ड रीगन के दक्षिण चीन सागर में तैनाती की खबर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर जारी तनाव के बीच आई है। हालांकि अभी तक उनकी ताइवान यात्रा के तारीख की पुष्टि नहीं हो सकी है। उसके पहले ही चीन ने कड़ी आपत्ति जताते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी जारी कर दी है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने पेलोसी के साथ बात की थी और उन्हें सुरक्षा का आकलन दिया था, लेकिन ताइवान की यात्रा के बारे में कोई भी टिप्पणी उनके कार्यालय से आनी चाहिए।