Us China Tensions: अमेरिका ने महाविनाशक ताकत से लैस अपने परमाणु एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन को दक्षिण चीन सागर में तैनात रहने का आदेश दिया है। चीन ताइवान के पास मिसाइलों की बारिश कर रहा है जिससे पूरे इलाके में तनाव है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन को चेतावनी दी है।
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ‘एक चीन नीति’ के प्रति दृढ़ है जो हमारी ताइवान संबंध कानून की प्रतिबद्धता से निर्देशित होता है। इस बीच अमेरिकी परमाणु एयरक्राफ्ट रोनाल्ड रीगन ताइवान के पास बना रहेगा। अमेरिका ने कहा है कि उसका सातवां बेड़ा हालात की निगरानी करेगा। चीन ने ऐलान किया है कि वह 4 से लेकर 7 अगस्त तक इस इलाके में टारगेटेड मिलिट्री ऑपरेशन करेगा। चीन ने गुरुवार को ताइवानी क्षेत्र के पास 11 मिसाइलें दागी थीं। इनमें से कुछ मिसाइलें ताइवान के ऊपर से निकली थीं।
परमाणु ऊर्जा से चलता है रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर
चीन की इस खतरनाक हरकत से पूरे दक्षिण चीन सागर में बहुत तनावपूर्ण माहौल हो गया है। यही नहीं तनाव को देखते हुए अमेरिका ने अपनी मिनटमैन 3 अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल के परीक्षण को टाल दिया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि हमने तनाव को कम करने के लिए यह कदम उठाया है। किर्बी ने कहा कि ताइवान सैन्याभ्यास करके ताइवान के आसपास माहौल को अस्थिर कर रहा है जबकि अमेरिका एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति संपन्न देश का व्यवहार दिखा रहा है और तनाव को कम करने का प्रयास कर रहा है।
स्पीकर नैंसी पेलोसी की यात्रा को देखते हुए रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप को जापान से ताइवान की ओर भेजा गया था। परमाणु हथियारों से लैस यह एयरक्राफ्ट कैरियर इस समय पूर्वी चीन और फिलीपीन्स सागर में गश्त लगा रहा है और चीनी नौसेना की हरकतों पर नजर रखे हुए है। रोनाल्ड रीगन कैरियर पर अमेरिका के सबसे आधुनिक कहे जाने वाले एफ-35 बी फाइटर जेट तैनात हैं। इसके साथ कई और विशाल और घातक युद्धपोत भी गश्त लगा रहे हैं। अमेरिका का यह एयरक्राफ्ट कैरियर परमाणु ऊर्जा से चलता है। यह कई घातक मिसाइलों से लैस है।