Avalanche in Uttarakhand: उत्तरकाशी में 29 पर्वतारोही हिमस्खलन में फंस गए हैं। सीएम पुष्कर धामी ने भारतीय सेना से मदद मांगी है। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी इस बारे में बात की है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एयरफोर्स की मदद भी मांगी गई है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
देहरादून: उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल लिया है। एक तरफ जहां बहुत तेज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं उत्तरकाशी में 29 पर्वतारोही हिमस्खलन में फंस गए हैं। सीएम पुष्कर धामी ने भारतीय सेना से मदद मांगी है। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी इस बारे में बात की है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एयरफोर्स की मदद भी मांगी गई है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार अभी तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरकाशी के भटवाड़ी में द्रौपदी का डांडा-2 में एवलांच से 29 पर्वतारोही फंसे हुए हैं। दल के सदस्यों ने 8 को रेस्क्यू किया है। टीम के 21 सदस्य अभी भी फंसे हुए हैं। उनका रेस्क्यू जारी है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से 122 सदस्यों की टीम बेसिक और एडवांस कोर्स पर निकली थी।
सीएम धामी ने जानकारी देते हुए बताया, ‘द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना है।’
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
इस बीच 6 से लेकर 8 अक्टूबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी है। कुमाऊं क्षेत्र में अधिक बरसात होगी, जबकि गढ़वाल एरिया में भी असर रहेगा। वहीं दारमा घाटी में चीन सीमा के निकट स्थित अंतिम चौकी के समीप इस सीजन की तीसरी बर्फबारी हुई। यहां 1 फीट हिमपात हुआ है, जिसके बाद उच्च हिमालयी क्षेत्र दारमा घाटी के 14 गांव और व्यास घाटी के सात गांवों में ठंड बढ़ गई है।