Vaccines placed on the third floor for the disabled did not get the wheel chair on the spot

दिव्यांगों को तीसरी मंजिल पर लगाई गई वैक्सीन मौके पर नहीं मिली व्हील चेयर

वैक्सीन लगाने के लिए दिव्यांग नागरिक  काफी समय से परेशान थे।  उन्हें प्राथमिकता के तौर पर कोरोना वैक्सीन लगाई जानी चाहिए थी।  लेकिन उन्हें आज तक यह सुविधा नहीं मिल पाई थी।  अगर उन्हें स्लॉट दिए जा रहे थे तो वह उनके घर से काफी दूर मिल रहे थे।  जहां उन्हें ले जाना बेहद मुश्किल था।  लेकिन अब प्रदेश सरकार ने दिव्यांगों को कोरोना वैक्सीन  अस्पताल में ही लगे यह सुनिश्चित किया गया है।  जिसके चलते आज सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाई जानी थी।  सोलन के  दिव्यांग नागरिक  बेहद उमंग के साथ   अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचे  लेकिन यहाँ पहुंच कर उन्हें  बेहद हताशा हाथ लगी।  क्योंकि जो व्यवस्था दिव्यांगों के लिए की जानी थी वो नहीं की गई थी। दिव्यांगों को तीसरी मंजिल पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था थी।  जो दिव्यांग ठीक से चल नहीं पाते है उन्हें ऊपर लेकर आना परिजनों के लिए बड़ी चुनौती थी जिसके चलते लोगों में भारी हताशा देखने को मिली। 

 परिजनों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि वह बेहद खुश थे कि सरकार ने दिव्यांगों को ख्याल रखा और उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए विशेष प्रबंध किया है।  लेकिन जब वह यहाँ पहुंचे तो यहाँ की व्यवस्था देख कर उन्हें बेहद दुःख हुआ। क्योंकि विशेष बच्चों को चलने में बेहद दिक्कत होती है। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए तीसरी मंजिल  में जाने को कहा गया।  यही नहीं दिव्यांग बच्चों के लिए व्हील चेयर का प्रबंध भी अस्पताल प्रशासन द्वारा नहीं किया गया था।  इस लिए वह चाहते है कि अगर दिव्यांग बच्चों को वैक्सीन लगानी है तो उन्हें धरातल मंजिल पर ही वैक्सीन लगाई जानी चाहिए और उनके बैठने के लिए भी उचित प्रबंध होना चाहिए था। लेकिन ऐसा कोई भी प्रबंध नहीं किया गया था। इन अव्यवस्थाओं  कारण  सभी को भारी दिक्कतों  का सामना करना पड़ा जिसमें सुधार की आवश्यकता है।