Vande Bharat Express: चेन्नै-बेंगलुरु-मैसूर रूट पर वंदे भारत ट्रेन फुल स्पीड में क्‍यों नहीं चलेगी?

Vande Bharat Express On Chennai-Mysore Route: भारत की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (चेन्नै से मैसूर वाया बेंगलुरु) के बीच 10 नवंबर से चलेगी। इस रूट पर 1994 से शताब्दी एक्सप्रेस दौड़ रही है।

देश को जल्द ही 5वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा मिलने जा रहा है। सबसे तेज ट्रेन अब तमिलनाडु और कर्नाटक को जोड़ेगी। 10 नवंबर से चेन्नै-मैसूर रूट पर पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ना शुरू करेगी। अभी चार वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं जो उत्तर भारत में हैं। चेन्नै से मैसूर वाया बेंगलुरु जाने वाली दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन होगी। चैन्ने-मैसूर रूट पर पहले से शताब्दी एक्सप्रेस चलती है जो 1994 में शुरू हुई थी। बेंगलुरु और चेन्नै के बीच यह तीसरी ट्रेन वीआईपी ट्रेन होगी। अभी दक्षिण रेलवे चेन्नै से बेंगलुरु के बीच हफ्ते में छह दिन शताब्दी एक्सप्रेस ऑपरेट करता है। इन दो शताब्दी ट्रेनों की तरह वंदे भारत के भी प्रफेशनल्स की पसंद बनने की उम्मीद है। वंदे भारत एक्सप्रेस को ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रीमियम सेमी हाईस्पीड ट्रेन है जिसमें खास सुविधाएं मिलती हैं।

चेन्‍नै-मैसूर वंदे भारत एक्‍सप्रेस का रूट क्‍या है, फायदा क्‍यों?

वंदे भारत एक्सप्रेस चैन्ने-बेंगलुरु और मैसूर रूट पर चलेगी। यह ट्रेन इस रूट पर करीब 483 किमी का सफर तय करेगी। नई ट्रेन से बिजी रूट पर यात्रियों को नया अनुभव मिलेगा। हालांकि, शताब्दी के ट्रेवल टाइम (7 घंटे) के मुकाबले वंदे भारत एक्सप्रेस कुछ मिनट ही जल्दी पहुंचेगी। शताब्दी की तरह वंदे भारत भी प्रफेशनल्स के बीच प्रिफर की जा सकती है। चेन्नै से बेंगलुरु तक प्लेन की यात्रा में सब भागदौड़ पूरे करते-करते 8 घंटे हो जाते हैं।

चेन्‍नै-मैसूर वंदे भारत एक्‍सप्रेस की रफ्तार क्‍या होगी?

वंदे भारत एक्सप्रेस को अधिकतम 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाया जा सकता है। पर यह ट्रेन चेन्नै-बेंगलुरु-मैसूर रूट पर फुल स्पीड में नहीं दौड़ पाएगी। चेन्नै और मैसूर के बीच वंदे भारत अधिकतम 110kmph की स्पीड से ही चलेगी। यहां का ट्रैक इतनी ही स्पीड का भार उठा सकता है। चेन्नै से जोलारपेट तक ट्रैक अपग्रेड कर स्पीड को 130kmph करने का काम चल रहा है।

वंदे भारत एक्‍सप्रेस में खास क्‍या है?

ट्रेन 18 या वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से एयरकंडीशंड हैं। इसमें सेकेंड क्लास और प्रीमियम फर्स्ट क्लास कोच लगे हैं। दरवाजे ऑटोमेटिक हैं। ऑन-बोर्ड इन्फोटेनमेंट की सुविधा है। खास जरूरतों वाले लोगों के लिए भी वंदे भारत ट्रेन में इंतजाम हैं।

वंदे भारत ट्रेन में प्‍लेन जैसी सुविधाएं, वैक्‍यूम टॉयलेट्स

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के सफर में हवाई यात्रा जैसी सुविधा मिलती है। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह ट्रेन 52 सेकंड में ही 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। इसमें खूबसूरत वैक्यूम टॉयलेट्स लगे हैं।

वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेनें कहां बनती हैं?

भारतीय रेलवे की इस खास ट्रेन को चेन्नै की इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाया जाता है। इसका डिजाइन पूरी तरह स्वदेशी है और इसमें लोकोमोटिव्स नहीं लगे हैं। हर कोच के नीचे ट्रैक्शन मोटर्स लगे हैं जो उसे सेल्फ-प्रॉपेल्ड बनाते हैं।

देश में कितनी वंदे भारत एक्‍सप्रेस चल रही हैं?

चेन्नै-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस देश की पांचवी वंदे भारत ट्रेन होगी। अभी देश में नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-कटरा, मुंबई-गांधीनगर और नई-दिल्ली-ऊना के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही है।

अभी दौड़ रही वंदे भारत एक्‍सप्रेस का हाल देखिए

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चुनावी राज्‍यों में लॉन्‍च हो रही वंदे भारत

रेलवे ने हाल में देश की तीसरी और चौथी वंदे भारत ट्रेन गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लिए शुरू की है। इन दोनों राज्यों में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। वहीं कर्नाटक में अगले साल चुनाव होने वाले हैं।